करगहर रोहतास
थाना क्षेत्र के सीवन गांव के बधार में सोमवार को सब्जी के खेत में घुसी भैंस का पैर तलवार से काट दिया । खून से लथपथ भैंस खेत में ही गिर गई । पशुपालक जब मवेशी को ढूंढते हुए वहां पहुंचा तो भैंस को जख्मी हालत में देख तत्काल गमछे से खून निकल रहे जगह को बांध दिया तथा अन्य किसानों को आवाज देकर बुलाया । जख्मी भैंस के प्राथमिक उपचार के लिए एक नीजी चिकित्सक को बुलाया और फिर ट्रैक्टर पर लोड कर थाना ले जाने की तैयारी की जाने लगी ।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि गेहूं हार्वेस्टिंग के बाद मवेशी पालक मवेशियों को उक्त परती भूमि के मेंड़ पर उगे घास को चरने के लिए खुला रूप से छोड़ देते हैं । घास की खोज में मवेशी दूर-दूर तक चले जाते हैं । इस बीच ढावाडीह निवासी नागेंद्र सिंह की दुधारू भैंस सीवन गांव के बधार में पहुंच गई और सब्जी के खेत में घुस गई । जब किसान पुत्र उसे खेतों से बाहर करने गया तो भैंस ने सींग से उठाकर पटक दिया । चोट लगने से गुस्साए युवक ने तलवार से भैंस का पैर काट दी ।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थल पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई । बेजुबान और निरीह पशु का निर्दयतापूर्ण तरीके से पैर काटने की भर्त्सना करते हुए कई किसानों ने जघन्य कृत्य के लिए उक्त व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही । तो किसी ने आर्थिक दंड लगाने की बात कही । जघन्य कार्य करने वाले उक्त व्यक्ति की ओर से पहुंचे लोगों ने उसे गलत ठहराते हुए बीच बचाव करते हुए माफी मांगने और आर्थिक दंड लगाने की बात कही । सब्जी के खेत से जख्मी भैंस को हटाने और तनाव कम करने के लिए अस्पताल पहुंचाने के बहाने भैंस को ट्रैक्टर पर लोड कराया गया ।
पशुपालक घटना को अंजाम देने वाले उक्त व्यक्ति के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने तथा कार्रवाई कराने की बात पर अडिग था । स्थल पर पहुंचे दोनों पक्ष के लोगों में पहले तू तू मैं मैं की नौबत आ गई लेकिन बीच-बचाव कर बातचीत के माध्यम से निपटारा करने की बात तय की गई । काफी मान मुनव्वल और गलती स्वीकारने के बाद ढावाडीह गांव में पंचायती करने का निर्णय लिया गया । पंचों ने घटना की जानकारी ली और पर काटने वाले पक्ष कि लोगों की बातें सुनी । सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि गंभीर रुप से जख्मी भैंस के इलाज का संपूर्ण खर्च के अलावे पशुपालक को बीस हजार रुपए नगद देना होगा । पंचायती के बाद पंचों के सामने पशुपालक को उक्त राशि दे दी गई ।