14 फरवरी भारतीय इतिहास का ब्लैक-डे
रिपोर्ट:- धर्मेन्द्र कुमार सिंह
बिक्रमगंज (रोहतास) जम्मू-कश्मीर में 14 फरवरी सत्र 2019 में हुए पुलवामा हमलें को आज देश ब्लैक-डे रूप में नम आंखों से याद कर रहा है। जहां आज पूरा देश पुलवामा में शहीद जवानों को नम आंखों से याद कर उनकी चौथी बरसी को पर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा हैं। जिस ब्लैक-डे को भावुक हो नम आंखों से याद करते हुए बिहार भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ प्रदेश महामंत्री सह वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा सीनेट सदस्य डॉ० मनीष रंजन ने बताया कि 14 फरवरी आज ही के दिन हमारे देश के 40 सीआरपीएफ जवान पुलवामा के आत्मघाती हमले में शहीद हुए थे। जहां पाकिस्तान के आतंकियों ने कायराना हरकत करते हुए जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी साल 2019 में नेशनल हाईवे पर हमलावर ने विस्फोटक भरी कार से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल सीआरपीएफ काफिले की बस को टक्कर मार दी थी। जिस हमलें में हमारे देश के 40 वीर जवान शहीद हो गए थें। यह दिन भारत के इतिहास में काले दिन की तरह है। एक तरफ जहां आज दुनिया भर के लोग वैलेंटाइन डे मना रहे हैं। वहीं भारत इस दिन को शहीद जवान दिवस के रूप में नम आंखों से मना रहा है। जिन शहीदों की यादें आज भारत के लोगों को झकझोर कर रख देती है। लेकिन दूसरी तरफ भारत ने भी अपने शहीद जवानों का बदला लेते हुए एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमला कर कायर पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में एयर स्ट्राइक के जरिये आतंकवादी शिविरों को नष्ट किया था। इसके अगले दिन 27 फरवरी को पुनः डरपोक पाकिस्तान की वायु सेना ने भारत को जवाब देने के लिए जम्मू कश्मीर में घुसकर हवाई हमला करने का प्रयास किया था। जिसका पलटवार करते हुए भारतीय वायु सेना के वीर जवानों ने पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दिया था।