प्रियांशु के साथ अनिल चौधरी की रिपोर्ट
समस्तीपुर:चर्चित रेल इंजन चोरी मामले में कोर्ट के आदेश पर समस्तीपुर शहर के एक आरोपी के ठिकाने पर कुर्की जप्ती करने पहुंची आरपीएफ की टीम को बैरंग वापस लौटना पड़ा।दरअसल आरोपी पंकज धंधानिया के व्यवसायिक प्रतिष्ठान में कुर्की करने इस केश की जांच कर रही आरपीएफ की टीम समस्तीपुर नगर थाना की पुलिस बल और सीओ समस्तीपुर के साथ पहुंची थी।लेकिन जब कुर्की की कार्रवाई शुरू हुई तो उस प्रतिष्ठान के मालिक नीरज धंधानिया के द्वारा यह आपत्ति दर्ज कराया गया कि वे किरायेदार के तौर पर यहां कारोबार कर रहे है जबकि जगह का मालिक कोई दूसरा है।गौरतलब है कि इसी केस में नीरज धंधानिया जेल जाकर जमानत पर बाहर हुए है और पंकज धंधानिया नीरज धंधानिया के ही छोटे भाई है।और वे अबतक फरार चल रहे है।कुर्की करने पहुंचे अंचल अधिकारी विनय कुमार ने प्रतिष्ठान के मकान मालिक के अधिवक्ता के विरोध पर कोर्ट ऑर्डर की तहकीकात किया तो उन्होंने भी इसमे तकनीकी खामी मानते हुए फिलहाल कुर्की की कार्रवाई को रोक दिया है।बता दें कि 2021 में पूर्णिया के बनमनखी रेलवे यार्ड से स्क्रैप माफियाओं ने एक रेल इंजन को ही बेच दिया था।इस मामले में आरपीएफ ने बनमनखी थाने में कांड संख्या 2/21भी दर्ज किया था।जिसमे स्क्रैप कारोबारी समेत रेलवे के अभियंता तक भी जेल जा चुके है।