पत्रकार रामकिशोर वर्मा की कलम से
करहल मैनपुरी
*करहल के साप्ताहिक बंदी के दिन लगने वाले फड़ बाजार से मुख्य बाजार के बिगड़ने लगे हालात*
*नगर के गणमान्य नागरिकों चिकित्सकों अधिवक्ताओं शिक्षाविदों व छात्र छात्राओं ने अधिकारियो से क्षत्रिय स्वर्णकार करहल के सामने खाली नगर पंचायत की भूमि पर फड बाजार लगाये जाने की रखी माॅग*
*बताते चलें कि हठधर्मी दुकानदारों ने फुटपाथ व सड़क पर अतिक्रमण को फैलाकर आम जनमानस के सुचारू आवागमन को किया है बाधित / जिसके चलते करहल के चूना बाली गली सिनेमा गली सब्जी मंडी किशनी चौराहा आदि स्थानों पर पल-पल लगने लगा जाम*
*उपजिलाधिकारी गोपाल शर्मा भी पिछले बन्दी दिवस पर मुख्य बाजार मे बढ़ते अतिक्रमण से जाम की स्थिति देख हुए थे आश्चर्यचकित*
*करहल के शिब रिसोर्ट में भी व्यापारियों ने उप जिलाधिकारी महोदय से बन्दी दिवस पर फड़ बाजार को मुख्य मार्ग से हटाये जाने की रखी थी पुरजोर मांग*
*बताते चलें कि पूर्व में उपजिलाधिकारी रहे रतन वर्मा एवं तमाम व्यापारियों के बीच तहसील मुख्यालय पर हुई बैठक मे सर्व सम्मति करहल के क्षत्रिय धर्मशाला के सामने खाली पड़ी भूमि पर लगाये फड़ बाजार लगाये जाने का हुआ था निर्णय*
*निर्णय के आधार पर क्षत्रिय स्वर्णकार के सामने लगा भी था फंड बाजार/परन्तु चन्द हठधर्मी दूकानदारो ने चूना बाली गली के आसपास फिर से फंड बाजार शुरु कर अधिकारियों की सराहनीय व्यवस्था पर लगाया था पलीता*
*बहराहल आम जनमानस की निगाहें उप जिलाधिकारी महोदय की ओर :———आखिरकार कब मिलेगी मुख्य बाजार को बन्दी दिवस के फड़ बाजार से मुक्ति