प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
3 सूत्री प्रमुख मांग को लेकर रामेश्वर जूट मिल मुक्तापुर के श्रमिकों ने अचानक कर दी हड़ताल निदेशक को कार्यालय बाहर आने नहीं दे रहे थे। लगभग 700 की संख्या में मजदूर अपनी मांगों पर डटे थे सूचना पर पहुंची स्थानीय प्रशासन में अपराहन मजदूर नेताओं के साथ निदेशक के चेंबर में वार्ता शुरू की, मांगों को लेकर मजदूरों में काफी आक्रोश देखा गया कल्याणपुर स स फोटो 3 प्रखंड क्षेत्र के 1 मात्र उत्तर बिहार का सबसे बड़ा जूट से बोरा उत्पादन का कारखाना रामेश्वर जूट मिल मुक्तापुर गुरुवार को मजदूरों की मुख्य 3 सूत्री मांगों को लेकर मजदूर कारखाना से बाहर आकर निदेशक के चेंबर के आगे घेराव कर दिए। इसको लेकर उत्पादन का काम अचानक बंद हो गया। शोर-शराबे के साथ मजदूरों ने प्रबंधक के खिलाफ आक्रोश जता रहे थे। आक्रोशित मजदूरों के समर्थक श्रमिक मोहम्मद शमशेर आलम सुशील कर्ण राम पदारथ राय सुरेंद्र राय मनीष राय प्रमोद राय सुधीर शाह राजू कुमार अरुण प्रसाद मोहन राय मनीष कुमार रामबाबू सहनी आदि ने बताया कि प्रबंधन सबसे पहले मजदूर हित में श्रमिकों का इंश्योरेंस चालू करें, तीस प्रतिशत वंचित मजदूरों का डीए अभिलंब दे, पूर्व में 30% मजदूरों को डीए का भुगतान कर चुके हैं पीएफ लोन देने में प्रबंधन शिथिलता नहीं बरते, वैसे कुछ मजदूर 9 सूत्री मांग पर बल दे रहे थे। कुछ आक्रोशित श्रमिकों ने बताया कि हमें मिल से निकाल दिया गया है गेट बंद कर दिया जाता है इंश्योरेंस नहीं रहने पर ईएसआई का लाभ नहीं मिल रहा है मील के भीतर यदि कुछ मजदूरों के साथ हादसा हो जाता है उसे देखने वाला कोई नहीं है इंश्योरेंस ही सबसे बड़ा सहारा है नील के भीतर चिकित्सक की व्यवस्था होनी चाहिए जो नहीं है। प्रबंधन मनमानी नहीं करें। सूचना पर पहुंची स्थानीय प्रशासन के अंचलाधिकारी कमलेश कुमार थाना अध्यक्ष गौतम कुमार एसआई अखिलेश राय जो पूर्व से मजदूरों को समझा-बुझाकर मोर्चा संभाल रहे थे उन्हें भी मजदूरों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। निदेशक पीके पांडे ने घटना की सूचना दूरभाष पर हेड क्वार्टर कोलकाता को दी। मालिक के निर्देश पर मजदूरों का एक शिष्टमंडल सीओ की उपस्थिति में वार्ता शुरू की समाचार प्रेषण तक निष्कर्ष नहीं निकल पाया, उक्त आशय की जानकारी सीओ ने देते हुए कहा देर शाम हो चुकी है वार्ता चल ही रही है। वार्ता में प्रमुख रूप से भागीरथपुर के निवर्तमान मुखिया रामबली महतो ही पहुंच चुके थे।