करहल मैनपुरी
बरनाहल क्षेत्र के गांव मुरादपुर स्थित प्राचीन मंदिर राधा कृष्ण संत शाला पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन कथावाचक वंशी कृष्ण पाठक जी महाराज ने कहा पृथ्वी पर जब-जब अनैतिक, अधर्म, असत्य, हिंसा, पाप, नारी मर्यादा का उल्लंघन अपने चरम पर पहुंचता है, तब इस अत्याचार और अत्याचारी, दुराचारी को नष्ट करने के लिए स्वयं भगवान अवतरित होते हैं। राक्षसों के आतंक से चारों और मानवता कर आने लगी तब त्रेता युग में भगवान राम, द्वापर युग में कृष्ण ने अवतार लिया। उन्होंने कहा ईश्वर ने हम सभी को एक उद्देश्य के साथ धरती पर भेजा है। लेकिन सांसारिक सुखों की पूर्ति में मानव इस कदर व्यस्त हो गया कि जन्म के उद्देश्य को भूल ही चुका है। वर्तमान समय में मनुष्य की इच्छाएं असीमित हो चुकी हैं। एक इच्छा पूर्ति होती है तो दूसरी स्वत ही जन्म ले लेती है। इसलिए वर्तमान समय में मनुष्य को अच्छे और बुरे का ज्ञान नहीं रहा है। यही वजह है कि समाज पतन की ओर अग्रसर हो रहा है। हम सभी का दायित्व है अपने बच्चों और युवा पीढ़ी को रामायण महाभारत गीता का अध्ययन कराएं। इस मौके पर समाजसेवी प्रियांक यादव, अनी यादव, आलोक कुमार, पुष्पलता, गौरव यादव, सिंटू, रामनरेश यादव, ओमपाल सिंह, राहुल, अवनीश, संजू यादव, आदि।