प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
भाकपा-माले का 8वां प्रखंड सम्मेलन प्रखंड के मोरसंड पंचायत के बिरौली चौक के निकट
रविवार को संपन्न हुआ। इसकी शुरूआत माले के वरिष्ठ नेता किशोर कुमार राय ने झंडोत्तोलन करके की। सम्मेलन में बतौर पर्यवेक्षक भाकपा-माले जिला सचिव प्रो. उमेश कुमार व मुख्य अतिथि के रूप में भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य दिनेश कुमार मौजूद थे।
झंडोत्तोलन के पश्चात प्रखंड सम्मेलन का उद्घाटन माले जिला कमिटी सदस्य ललन कुमार ने की। माले सचिव ने प्रतिनिधियों के समक्ष कामकाज का रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए विगत सम्मेलन से अब तक की गतिविधियों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। कामकाज के रिपोर्ट पर बहस में 25 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसके बाद भाकपा-माले जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार के पर्यवेक्षण में कुल 11सदस्यीय प्रखंड कमिटी का गठन किया गया। जिसमें कमेटी सदस्यों ने सर्वसम्मति से अमित कुमार को चौथी बार प्रखंड सचिव चुना। 11 सदस्यीय प्रखण्ड कमिटी में अमित कुमार, किशोर कुमार राय, महेश कुमार, रविन्द्र सिंह, जितेन्द्र राय, दिनेश राय, सुरेश कुमार, उषा सहनी, अमृता देवी, रामबली साह, आफताब अहमद शामिल हैं।
सम्मेलन में बतौर पर्यवेक्षक उपस्थित भाकपा-माले जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार ने सम्बोधित करते हुए कहा कि संगठन मजबूती के लिए प्रखंड कमेटी की ओर से दिए गए सुझावों पर अमल करने की जरूरत है। आगे उन्होंने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार की कॉरपोरेट परस्त नीतियों से पूरे देश की जनता कराह रही है। ऐसे में पार्टी के एक-एक सदस्य की इस शासन व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष तेज करने की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। कहा कि प्रखंड की जनता का पार्टी के प्रति बहुत भरोसा है। कार्यकर्ताओं को जनसवालों को केंद्रित करते हुए संगठन को मजबूत करना चाहिए।
भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य ललन कुमार ने कहा कि बिहार में शिक्षा और रोजगार की हालत दिन-प्रतिदिन खराब हो रही है। शिक्षा की गुणवत्ता में भारी गिरावट आम चर्चा का विषय बन गई है। सरकारी विद्यालयों को सरकार लगातार बन्द किये जा रही है।जहां तक रोजगार सृजन का सवाल है, तो वह पूरी तरह से ठप ही है। आजादी के पहले और उसके बाद जो भी औद्योगिक निर्माण हुए, आज वे पूरी तरह से चौपट हो गए हैं। मौके पर राजाराम सिंह, अखिलेश सिंह,आइसा प्रखण्ड अध्यक्ष रौशन कुमार, सुनीता देवी, सिंधु देवी, विवेक कुमार, रामविलास पासवान, चतुर्भुज सिंह, उमेश सिंह, रामसागर सिंह, बतहु महतो, फूलो देवी, गीता देवी, लक्ष्मी देवी, पूनम देवी, उर्मिला देवी, विभा देवी, आशा देवी, रीता देवी,भाग्य नारायण राय, ललिता देवी इत्यादि लोग मौजूद रहे।