करहल/मैनपुरी
(पत्रकार रामकिशोर वर्मा की कलम से)
कस्बा करहल की नागरिकों के मन में एक बड़ा सबाल उठा है कि कानून का पाठ पढ़ाने बाली बुलडोजर बाबा की सरकार में क्या करहल में साप्ताहिक बन्दी दिवस के नियम कानून का पालन होगा या फिर कस्बा करहल में साप्ताहिक बंदी एकमात्र मखोल बन कर रह जाएगी*
आपको बताते चलें कि शासन द्वारा जनपद मैनपुरी के कस्बा करहल में बंदी दिवस मंगलवार घोषित है लेकिन यहां साप्ताहिक बंदी पूरी तरह असफल बनी है करहल में साप्ताहिक बंदी असफल देख लोगों की मन में यह विचार आता है कि अधिकारियों ने करहल मे साप्ताहिक बन्दी दिवस को कढ़ाई से लागू कराने में क्यो चुप्पी साध रखी है ? , ऐसे में बन्दी की असफलता के लिये कौन जिम्मेदार है–हठधर्मी दूकानदार या अधिकारी*
बीते कुछ माह पूर्व करहल के उपजिलाधिकारी के रहे रतन वर्मा के सराहनीय प्रयास से बन्दी पूरी तरह सफल हुई थी /उनके स्थानान्तरण होते ही हठधर्मी दूकानदार बन्दी दिवस के नियमों को पलीता लगाने मे सक्रीय हो गये है*
स्थिति यह है कि करहल में साप्ताहिक बन्दी मंगलवार के दिन ये हठधर्मी दूकानदार अपने प्रतिष्ठान खोलकर नियम कानून को ताक पर रख खुलेआम कारोबार करते है करहल मे नथ्थू सिह चौराहा रामलीला रोड किशनी रोड अहिंसा कालोनी चूना बाली गली सिनेमा गली मैन रोड सब्जी मन्डी सुभाष गेट गुलाब मार्केट बजरिया आदि स्थानो पर हठधर्मी दूकानदार खुलेआम साप्ताहिक बन्दी दिबस का माहौल बिगाड रहे है*
*करहल के गणमान्य नागरिको व जिम्मेदारी दूकानदारो ने जिलाधिकारी से आग्रह किया है वह ,तत्काल कड़े कदम उठाते ताकि करहल में साप्ताहिक बंदी मंगलवार पूरी तरह सफल हो सके