प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
आस्था, श्रद्धा, विश्वास के केंद्र के रूप में मशहूर है बख्तियारपुर प्रखंड क्षेत्र का प्रसिद्ध जगदंबा मंदिर।
कहा जाता है कि यहां आनेवाले श्रद्धालुओं की हर मनोकामना मां जगदंबा की कृपा से अवश्य पूरी हो जाती है। यहां पूजा-अर्चना करनेवाले निःसंतान दंपती की गोद मां की कृपा से भर जाती है। मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही मां जगदंबा की उपस्थिति का एहसास भक्तों को होने लगता है। कहा जाता है कि यहां आनेवाले हर भक्तों की मनोकामना मां जगदंबा की कृपा से अवश्य पूरी हो जाती है। वहीं मान्यता है कि मां के दर्शन पूजा से निःसंतान दंपती की गोद जरूर भरती है। मां जगदंबा का यह प्रसिद्ध मंदिर बख्तियारपुर प्रखंड के नरौली गांव में स्थित है। यहां पहुंचने के लिए श्रद्धालु पटना बख्तियारपुर रेलखंड के करौटा स्टेशन पर उतर कर स्टेशन से दक्षिण दिशा की ओर फोरलेन से सटे माता का मंदिर है।
मंदिर के इतिहास के बारे में कोई लिखित प्रमाण तो उपलब्ध नहीं है, किंवदंतियों के अनुसार मंदिर में स्थित मां की प्रतिमा हजारों साल पहले की है। पहले भी यहां मंदिर था, जिसे 11वीं सदी में बख्तियार खिलजी की सेना ने ध्वस्त कर दिया था और मां की प्रतिमा को भी तोड़ने का प्रयास किया गया था। वर्तमान में मां जगदंबा की प्रतिमा एक विशाल पीपल के पेड़ की जड़ के कोटर में है।
मां जगदंबा के इस मंदिर में यूं तो सालों भर भक्तों का तांता लगा रहता है, वहीं प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार को दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन पूजा हेतु यहां पहुंचते हैं। मंदिर परिसर में भगवान विष्णु, शिव परिवार, श्री हनुमानजी जी, सूर्य देव की प्रतिमाएं स्थापित हैं। वहीं अन्य आकर्षक कलाकृति के साथ ही यहां श्रद्धालुओं के ठहराव एवं शादी विवाह हेतु कमरे उपलब्ध हैं।