प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
*दो समुदायों द्वारा चौक के नामाकरण को लेकर हुए बबाल के बाद जिला प्रशासन एवं गणमान्य लोगों ने गांधी चौक नामाकरण कर निर्माण किया था गांधी स्मारक स्थल*
*ठेकेदार व कंपनी अधिकारी कुछ भी बताने को तैयार नहीं, सड़क निर्माण कार्य स्थल के करीब पहुंचा*
*माले ने स्थानीय लोगों के आग्रह पर बीडीओ, सीओ, जिलाधिकारी को दिया आवेदन*
दो समुदायों के बीच अपने- अपने धर्म के अनुसार नेशनल हाईवे-28 के चौक का नामाकरण को लेकर 1987 में भीषण बबाल के बाद जिला प्रशासन, राजनेता एवं गणमान्य लोगों द्वारा सर्वसम्मति से चौक का नामाकरण राष्ट्रपिता महात्मा गांधी चौक कर वहाँ पर गांधी स्मारक स्थल बनाया गया था।
अभी निजी कंपनी द्वारा तेजी से नेशनल हाईवे का चौड़ीकरण किया जा रहा है।
इस दौरान निजी एवं अन्य सरकारी निर्माण को तोड़कर सड़क बनाया जा रहा है. स्मारक स्थल को ध्वस्त करने की चर्चा निर्माण कर्मी एवं जेसीबी चालक द्वारा सुना गया।
कर्मी, ठेकेदार एवं अधिकारी से पूछने पर वे कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं।
इसकी जानकारी मिलने पर स्थानीय लोगों से राय- मशवरा के बाद भाकपा माले प्रखण्ड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने प्रखण्ड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार, अंचल अधिकारी सीमा रानी एवं जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह को आवेदन देकर स्मारक सह प्रतिमा स्थल तोड़े जाने से पहले चौक के ईर्दगिर्द सरकारी जगह चिन्हित कर स्मारक सह प्रतिमा स्थल बनाने की मांग की है।
माले नेता ने कहा है कि यदि प्रतिमा स्थल का निर्माण अविलंब नहीं किया गया तो वे स्थानीय लोगों के साथ मिलकर स्मारक स्थल तोड़े जाने के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूकेंगे।