प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
9वें दिन आइसा का सदस्यता अभियान सह छात्र सहायता, केंद्र पूसा के उमा पांडेय महाविद्यालय में जारी रहा। दर्जनों छात्रों ने “ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन” (आइसा) का सदस्यता ग्रहण किया तथा दर्जनों छात्रों का समस्या का समाधान आइसा नेताओं ने प्रभारी प्रधानाचार्य एवं संबंधित कर्मचारियों से मिलकर करवाने की पहल की लेकिन विश्वविद्यालय की तानाशाही रवैया के कारण सैकड़ों छात्र परेशान हैं।आइसा प्रखंड अध्यक्ष रौशन कुमार ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन अप्लाई करने में साइबर कैफे से छात्रों का ऑब्टेंन मार्क्स के जगह टोटल मार्क्स और टोटल मार्क्स के जगह ऑब्तैनेड मार्क्स तथा मेल के जगह फीमेल, कैटेगरी में जेनरल के जगह एससी, बीसी के जगह ईबीसी अंकित हो गया है। जिसका सुधार के लिए पिछले साल महाविद्यालय के प्रधानाचार्य को ऑथराइज कर नामांकन लेने की स्वीकृति प्रदान की गई थी लेकिन इस बार सुधार की कोई ऑप्शन विश्वविद्यालय अपने वेबसाइट पर नहीं दे रहा है ना ही महाविद्यालय के प्रधानाचार्य को ऑथराइज कर रही है।आइसा नेताओं ने आज ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अध्यक्ष से बात कर इन छात्रों की समस्याओं से अवगत कराया छात्र कल्याण अध्यक्ष महोदय ने महाविद्यालय के प्रधानाचार्य को ऑथराइज करने से कतरा रहे हैं और आश्वासन देते हुए कहा कि इडिट का ऑप्शन हम छात्रों को देने की सोच रहे हैं।दुर्भाग्य की बात है कि पिछले वर्ष नामांकन में महाविद्यालय के प्रधानाचार्य ऑनर्स विषय तक के परिवर्तन करने के लिए ऑथराइज किया गया था लेकिन इस बार विश्वविद्यालय की छात्र विरोधी गतिरोध व्याप्त है जिसका शिकार छात्र हों रहे हैं। तीन साल से सरकारी छात्र संगठन चुनाव जीत कर विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों का खातिरदारी में लीन है और जिन छात्रों का वोट लेकर छात्रसंघ चुनाव जीता वही छात्र परेशान है।
आइसा छात्र हित में विश्वविद्यालय से मांग करती हैं की इस त्रुटि सुधार के लिए महाविद्यालय के प्रधानाचार्य को ऑथराइज करें या वैकल्पिक व्यवस्था तत्काल कर छात्रों का नामांकन स्वीकृत करें अन्यथा आइसा छात्रों को गोलबंद कर उग्र आंदोलन करेगी। छात्र सहायता सह सदस्यता शिविर पर छात्रसंघ कोषाध्यक्ष दीपक कुमार, आइसा कॉलेज इकाई सचिव तुषार कुमार, आइसा कॉलेज इकाई सहसचिव अनिकेत कुमार, कॉलेज इकाई सदस्य दीपक कुमार, संघर्ष कुमार उपस्थित थे।