रिपोर्ट:-बलराम कुमार सुपौल बिहार
मामला सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय मुख्यालय अंतर्गत कोरियापट्टी पूर्वी पंचायत के रजगांव वार्ड नं0-02-में करोड़ों की लागत से बनी सड़क पर पानी का जमावड़ा लगा रहने की है।
गांव की महिला ने बताया की बरसात के समय में करीब चार से पाँच महीने तक सड़क पर पानी का जमावड़ा लगा रहता है।
जो चिंताजनक बात है।
हजारों की जनसंख्या में रहनेवाले महादलित बस्ती के महिला, पुरुष, बच्चे, को पानी में तैर कर जाना पड़ता है।
वहीं छोटे बड़े स्कूली बच्चों को भी पानी का जमावड़ा लगा रहने से परेशानी झेलनी पड़ती है।
वहीं गाँव के पुरुषों ने बताया की हमारे क्षेत्र के जितने भी प्रतिनिधि हैं सभी जानते हैं की यहां जनता को परेशानी हो रही है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
आते हैं लम्बी लम्बी बातें करते हैं लेकिन कूछ कार्य नहीं होता है।
साथ हीं गांव के युवाओं ने बताया की कितनी शर्मनाक बातें हैं की आज भी हमारे देश की महिलाएं पानी का जमावड़ा लगा रहने से कपड़े उठा कर चलते हैं।
वहीं युवाओं ने ये भी बताया की पानी का जमावड़ा लगा रहने से पानी जहरीली हो गई है।
पानी में तैर कर जाने के बाद पैर में खुजली होने लगती है।
सांप,बिच्छू,कीड़े,मकोड़े, भी पैदा हो गया है।
पानी का जमावड़ा लगा रहने से बदबू तो देती हीं है बीमारी फैलने का भी डर बना रहता है।
यहां के सभी ग्रामीण डर के साए में जीते हैं।
साथ हीं युवाओं द्वारा आंदोलन करने की बात भी बताई।
अब देखना लाजमी होगा की सुशासन बाबू की सरकार में करोड़ों रुपयों की लागत से बनी मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना सड़क पर पानी का जमावड़ा कबतक लगा रहता है।
या फिर इसका उपाय भी किया जाता है।
आखिरकार ऐसा क्यों हुआ की करोड़ों की लागत बनी सड़क पर भी पानी का जमावड़ा लगा रहता है।
इसमें गलती किसकी ठेकेदारों की या फिर क्षेत्र के प्रतिनिधियों की या फिर प्रशासन की या फिर सरकार की इसका जबाब ढूंढना चाहिए।