प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार/Etv News 24
समस्तीपुर नगर निगम के नियंत्रण में संचालित कर्पूरी बस पड़ाव का वर्षों से बंदोबस्ती अधर में लटके रहना अवैध कमाई का बड़ा जरिया बन गया है। कुछ लोग नाजायज रूप से टोल टैक्स की वसूली करते हैं। चर्चा है कि इसमें नगर निगम के भी कर्मी शामिल हैं। इससे नगर निगम को भी राजस्व की क्षति हो रही है। टोल वसूली का कुछ ही हिस्सा नगर निगम के कोष तक पहुंच पाता है। राजस्व में वर्षों से इस बड़ी चपत पर प्रशासन की नजर नहीं है। बंदोबस्ती के अभाव में टोल टैक्स की वसूली विभागीय स्तर पर करानी है। इसके लिए कर विभाग के कर्मियों या नगर निगम के अन्य कर्मियों से टोल टैक्स का वसूली कराना है। हैरत की बात यह है कि इसके बदले अवैध लोगों से टोल टैक्स की वसूली की जाती है। कर्पूरी बस पड़ाव के टिकट काउंटर पर अधिकांश समय अनधिकृत लोग रहते हैं जो टोल टैक्स की वसूली करते हैं। टिकट काउंटर के बाहर शहर के चिन्हित स्थलों पर भी ऐसे ही लोगों के माध्यम से ऑटो चालकों से टोल टैक्स वसूला जा रहा है। कर्पूरी बस पड़ाव के बाहर, गंडक कॉलोनी के रास्ते में ओवरब्रिज के नीचे, डीआरएम ऑफिस चौक के पास व पुरानी दुर्गा स्थान चौक पर अवैध टोल टैक्स की वसूली की जाती है। बस कई यात्री ऑटो चालकों ने बताया कि एक तो उनसे निर्धारित टोल टैक्स की राशि से दोगुनी राशि जबरन ली जाती है। जो टिकट उन्हें दिया जाता है उस पर केवल टिकट की संख्या व ऑटो का नंबर ही रहता है। टिकट जारी करने वाले का दस्तखत नहीं रहता है। ऐसे में यह टिकट जाली होता है। दस्तखत वाला टिकट देने की मांग करने पर उन्हें यात्रा का पास नहीं दिया जाता है। साथ ही उन्हें धमकाया भी जाता है। रोजी रोटी की समस्या के भय से उन लोगों ने विरोध करना ही छोड़ दिया है।