रिपोर्ट:-बलराम कुमार सुपौल बिहार
मामला सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज अनुमण्डलोय मुख्यालय अंतर्गत थाना क्षेत्र के ससुराल में रहनेवाली दो बेटी की माँ को पति ने अपने हीं पत्नी को बेचकर मुजरा करवाने की है।
पीड़िता ने बताया की मैं दो बेटी की माँ हूँ।
मुझे दो बेटी होने पर मेरे पति ने मुझे छोड़कर दूसरी शादी रचा ली।
मेरा शादी-2013-में मधेपुरा जिला के शंकरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत इकरहा का रहनेवाला शाहनवाज से हुआ था।
जिसमें शाहनवाज से मुझे दो बेटी हुई।
दो बेटी होने के कारण मेरे पति मुझे छोड़ दिया।
एक वर्ष पूर्व हीं मुझे छोड़ दिया था।
जब मैंने अपने परिवार वालों का सहारा लेकर कोर्ट में जाकर कानून का शरण लिया।
कोर्ट में मैंने वकील के द्वारा अपने पति शाहनवाज पर मेंटनेंस का मुकदमा दर्ज किया।
मुकदमे की अंतिम सुनवाई से पूर्व -02-अप्रेल को उसके पड़ोसी सलीमा खातून ने त्रिवेणीगंज बाजार सामान खरीदने के बहाने ले गया।
बाद बाजार स्थित एक होटल में ले गया।
जहाँ पूर्व से हीं होटल में मेरे पति और सलीमा खातून, के पति राजू बैठा था।
बाद मुझे बस में बैठाकर सारण लेकर चला गया।
जहां सलीमा खातून और उसके पति राजू आर्केस्ट्रा चला रहा था।
आर्केस्ट्रा में बाहर के कई लड़कियां भी थी।
जिसे आर्केस्ट्रा में नचवाया जाता था।मुझे भी आर्केस्ट्रा में जबर्दस्ती नचाया करता था।
साथ हीं मुझसे गलत काम भी करवाया जाता था।
03-अगस्त को सलीमा खातून, एवं उसके पति राजू घर पर नहीं थे।
उसी बीच चार महीने बाद मैं किसी तरह अपनी जान बचा कर घर भाग कर आई हूँ।
वहीं पीड़िता के परिजनों ने त्रिवेणीगंज पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया चार महीने पूर्व में हीं -97/21एफआईआर दर्ज किया गया था लेकिन पुलिस द्वारा अबतक कोई कार्यवाही नहीं कि गई।
क्योंकि पुलिस बिकाऊ होती है।
वहीं मामले को लेकर त्रिवेणीगंज थाना द्वारा लड़की का बायन दर्ज कर उसे मेडिकल के लिए सुपौल सदर अस्पताल लाया गया।
मामले को लेकर एएसआई मदन पोद्दार, ने बताया कि पीड़िता के पिता द्वारा अपहरण का मामला दर्ज करवाया था।
मामले में पीड़िता का-161- का बयान के साथ मेडिकल जांच भी करवाया जा रहा है।
बयान दर्ज किया गया है।
अनुसंधान जारी है।
क्या दो बेटी का माँ होना कोई गुनाह तो नहीं है।
समय रहते पुलिस पीड़िता का साथ देती तो आज ये दिन देखना नहीं पड़ता।
अब देखना लाजमी होगा की पीड़िता के साथ हुई अत्याचार के खिलाफ क्या कार्यवाही होती है।
पीड़िता को कब तक न्याय मिल पाती है।
कबतक आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ते है।