• संक्रमित मरीजों का ऑक्सीजन स्तर एवं तापमान की प्रतिदिन निगरानी किया जाना है
• एप्प के माध्यम से होम आइसुलेटेड मरीजों की स्थिति को प्रतिदिन किया जाएगा अपलोड
रोहतास ब्यूरो चीफ संदीप भेलारी
सासाराम रोहतास 20 मई रोहतास जिला में कोविड ग्रसित होम आइसोलेटेड व्यक्तियों के प्रतिदिन स्वास्थ्य संबंधी निगरानी के लिए अब तकनीक का भी इस्तेमाल शुरू हो गया है। इसके लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी होम आइसोलेटेड ट्रैकिंग ऑफ कोविड पेशेंट्स यानि “हिट कोविड एप्प” को उपयोग में लाया जा रहा है। इसकी जानकारी देते हुए अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी ऋतु राज ने बताया कि हिट कोविड अप्प के इस्तेमाल के लिए जारी दिशा निर्देश के आलोक में जिला एवं प्रखण्ड स्तर पर सभी एएनएम को प्रशिक्षण दे दिया गया है। साथ ही उनलोगों को प्रखण्ड स्तर पर होम आइसुलेटेड मरीजों की सूची दे दी गई है। साथ ही साथ गुरुवार से ही होम आइसुलेटेड मरीजो की जांच कर के अप्प में उनका डाटा एंट्री का कार्य भी शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि इस कार्य मे लगाए गए स्वास्थ्यकर्मी होम आइसुलेटेड व्यक्तियों का प्रतिदिन स्वास्थ्य संबंधित जानकारी उक्त अप्प पर अपलोड करेंगे। इससे ये फायदा होगा कि सभी होम आइसुलेटेड मरीजो की स्वास्थ्य जांच हो सकेगी और सरकार तक इसकी जानकारी पहुँचती रहेगी।
हिट कोविड एप से होगी संक्रमितों की देखभाल
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बिहार के सभी जिलाधिकारियों को हिट कोविड एप के उपयोग के संबंध में पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि हिट कोविड एप के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा आॅक्सीजन स्तर एवं तापमान की प्रतिदिन निगरानी किया जाना है। इस एप का उपयोग 24 घंटे के अंदर करना सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
स्वास्थ्य जांच कर जानकारी को करना है अपलोड
एप के माध्यम से होम आइसोलेटेड कोविड-19 संक्रमित मरीजों की ट्रेकिंग और उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रखी जा सकेगी। साथ ही आवश्यकतानुसार चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जा सकेगा। एप के सफल संचालन के लिए जिले की एएनएम, आंगनबाड़ी सेविका और आशा की पंचायतवार टीम बनायी जायेगी। उस पंचायत में होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्ति की SPO2 एवं बॉडी टेंपरेचर जांच कर कर संबंधित डाटा हिट कोविड एप्प पर टैब के माध्यम से संबंधित एएनएम के द्वारा अपलोड किया जायेगा। इससे ना सिर्फ ट्रेकिंग के कार्य को गति मिलेगी। बल्कि, मरीजों को भी आसानी के साथ समुचित स्वास्थ्य उपलब्ध होगी