ETV News 24
बिहाररोहताससासाराम

5जी टेस्टिंग से कोरोना संक्रमण प्रसार की बातें महज अफवाह

रेडियो वेव या मोबाइल नेटवर्क से वायरस नहीं सकता है ट्रेवल 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दावे को खारिज कर दी है जरूरी जानकारी 

रोहतास ब्यूरो चीफ संदीप भेलारी

कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर जहां लोग सजग हैं वहीं कई लोग संक्रमण के प्रसार से जुड़े अफवाहों का सामना भी कर रहे हैं. कोरोना संक्रमण को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है जिसमें कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का कारण 5जी टेस्टिंग को माना जा रहा है. ऐसे पोस्ट वायरल होने से लोगों में भय है. वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञ ऐसे दावे को सिरे से खारिज कर रहे हैं.

क्या है वायरल पोस्ट

यदि ऐसी कोई बात या पोस्ट आप तक पहुंचता है जिसमें कोरोना संक्रमण के बढ़ने का कारण 5जी टेस्टिंग बताया गया हो तो ऐसे अफवाह को खारिज करें. वायरल पोस्ट में   कहा गया है कि दूसरी बार आयी इस कोविड महामारी की वजह 5जी टेस्टिंग है. टावर से निकलने वाला रेडिएशन हवा को जहरीला बना रही है और इसलिए लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रहा है. नेटवर्क रेडिएशन के कारण घर में हर जगह हल्का सा करंट महसूस हो रहा है गला कुछ ज्यादा ही सूख रहा है प्यास अधिक लग रही है. नाक में पपड़ी जम रहा या खून आ रहा है. साथ ही 4जी रेडिएशन से पंक्षियों की संख्या में कमी आने की बात भी कही जा रही है.

डब्ल्यूएचओ ने दी जानकारी

कोविड संक्रमण के लिए 5जी टेस्टिंग के दावे को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अफवाह बताया है. डब्ल्यूएचओ का कहना है 5जी मोबाइल नेटवर्क से कोरोना संक्रमण का प्रसार नहीं होता है. कोरोना संक्रमण के लिए जिम्मेदार वायरस रेडियो वेव या मोबाइल नेटवक से यात्रा नहीं कर सकता है. यानि यह साफ है कि ऐसे में वायरस का एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना संभव नहीं है. संगठन ने कहा है कोरोना संक्रमण उन देशों में भी फैला है जहां 5जी मोबाइल नेटवर्क नहीं है

संक्रमण से करें ऐसे बचाव

कोविड अनुरूप व्यवहार का कड़ाई से पालन कर संक्रमण से बचाव किया जाना चाहिए. इनमें साबुन पानी से नियमित हाथ धोने या अल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का इस्तेमाल करने, बाहर जाने पर मास्क का इस्तेमाल तथा शारीरिक दूरी के नियम का पालन महत्वपूर्ण है. इन व्यवहारों के अनुपालन में किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरतनी चाहिए. यह भी देखा गया है कि लोग कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन तो कर रहे होते हैं लेकिन उसकी बारीकियों को नजर अंदाज कर दिया जाता है. जैसे गंदे मास्क का इस्तेमाल या मास्क का नाक व मुंह पर ढ़ीला बंधा होना व सही से साबुन पानी से हाथ नहीं धोना आदि. ध्यान रहे कि मुंह व नाक पर मास्क सही से हों. साबुन पानी से उंगलियों के बीच की जगहों व हथेली को अच्छी तरह धोंये.

Related posts

समस्तीपुर जिला के कल्याणपुर प्रखंड क्षेत्र के किसानों के खेतों में लगे धान की उन्नत प्रभेद जो कटने के कगार पर आ चुकी है

ETV News 24

पूसा में अपराधियों ने स्वर्ण व्यवसायी को लूट के दौरान मारी गोली

ETV News 24

असाध्य एवं जटिल बिमारियों के निदान आयुर्वेद से सम्भव –डॉ जीतेन्द्र मौर्य

ETV News 24

Leave a Comment