प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
जब चुनाव जारी है तो स्कूल, कालेज, कोचिंग बंद क्यों- प्रो० उमेश कुमार।
पंचायत चुनाव टालकर एक अध्यादेश के जरीये पंचायती राज जैसे लोकतांत्रिक संस्था को कमजोर कर अफसरशाही को बढ़ावा देने की नीतीश सरकार की लोकतंत्र विरोधी कदम है. नये पुलिस कानून से भी पुलिस को अतिरिक्त शक्ति मिलेगी और इससे बचाखुचा लोकतंत्र एवं संघर्ष भी कमजोर होगा. इसके खिलाफ भाकपा माले जन पहलकदमी तेज करेगी. उक्त बातें भाकपा माले के पोलिट ब्यूरो सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी का० धीरेन्द्र झा ने मंगलवार को शहर के शास्त्री गली में प्रखण्ड सचिवों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा.
उन्होंने आगे कहा कि संबैधानिक संस्था को नीतीश सरकार जानबूझकर कमजोर करने की कोशिश कर रही है. पंचायती राज संस्था पर अफसरशाही हावी रही है. अब कोरोना के नाम पर पंचायत चुनाव रोकने को सरकार अध्यादेश लाना चाहती है.जब पांच राज्यों में चुनाव कराया जा रहा है तो बिहार में पंचायत चुनाव पर रोक लगाकर पंचायत प्रतिनिधि के बजाये अधिकारी को विकास कार्यों का जिम्मा देना अफसरशाही को बढ़ा देने वाला कदम है. भाकपा माले इसका जमकर विरोध करेगी.
उन्होंने कहा कि बंगाल, केरल की तरह बिहार में भी दलिये आधार पर पंचायत चुनाव कराया जाना चाहिए. इससे राजनीतिक पार्टी की जिम्मेदारी बढ़ेगी और भ्रष्टाचार भी रूकेगा.
मधुबनी जन संहार के आरोपियों को उन्होंने भाजपा से जुड़ा हुआ बताते हुए सरकार को आरोपियों को संरक्षण देना बंद करने की मांग करते हुए तमाम आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार कर स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा देने की मांग की.
जिले के विभूतिपुर प्रखण्ड के करकबदिया, टोकना चौक वार्ड नंबर-1 निवासी अरविंद सिंह के घर में प्रवेश कर जमादार- सिपाही- चौकिदार द्वारा महिला पुनम देवी को मारपीट करने, दुर्व्यवहार करने की निंदा करते हुए दोषी पुलिस पर कारबाई करने की मांग की.
का० धीरेंद्र ने कहा कि बिहार के युवाओं को नीतीश कुमार की शराब नीति ने थानेदार के संरक्षण में शराब के होम डिलीवरी में लगा दिया है. इससे बिहार पीछे जाएगा. इसे लेकर भी भाकपा माले पहलकदमी लेगी.
बैठक की अध्यक्षता जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार ने की. सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, अमित कुमार, दिनेश कुमार, महावीर पोद्दार, उपेंद्र राय, जीबछ पासवान आदि ने बैठक में अपने- अपने विचार व्यक्त किया.
अपने अध्यक्षीय संबोधन में जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार ने भाकपा माले को मजबूत करने को लेकर जारी सदस्यता, लेवी, नवीकरण, पार्टी पत्रिका वितरण, जन संगठनों को मजबूतीकरण अभियान को तेज करने की अपील कार्यकर्ताओं से की. उन्होंने कहा कि जब चुनाव जारी है. बाजार- हाट, मौल- हाल खुला है तो स्कूल, कालेज, कोचिंग बंद क्यों है. सरकार अपने दोमुहा नीति से बाज आए अन्यथा आंदोलन चलाया जाएगा.