प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
19 लाख रोजगार के लिए 1मार्च को विधानसभा का घेराव कर रहे हजारों छात्र- युवाओं पर बर्बर पुलिसया दमन के खिलाफ आइसा एवं इनौस ने बुधवार को शहर में प्रतिवाद मार्च निकाला.
इस दौरान “रोजगार के बदले लाठी क्यों-नीतीश सरकार जवाब दो”, “19 लाख रोजगार-मांग रहा युवा बिहार”, “छात्र-नौजवानों के भविष्य पर हमला बंद करो”, “लाठी-गोली की सरकार नहीं चलेगी”, “पटना-दिल्ली खोलो कान-लेकर रहेंगे रोजगार” जैसे नारे लगाए जा रहे थे. प्रतिवाद मार्च मालगोदाम चौक स्थित माले कार्यालय से निकला जो बाजार क्षेत्र का भ्रमण करते हुए स्टेशन चौराहा पहुंचकर मार्च सभा में तब्दील हो गया.
सभा की अध्यक्षता आइसा जिलाध्यक्ष लोकेश राज ने किया. संचालन इनौस जिला सचिव आशिफ होदा ने किया. नौशाद तौहीदी, मो० एजाज, अरशद कमाल बबलू, मो० चांद, मो० एजाज, मनोज राय, आइसा के प्रिति कुमारी, द्रख्शा जबीं, जानबी, मनीषा कुमारी, शहजादी प्रवीण, रौशन कुमार, अजय कुमार, सौरभ चौधरी, जीतेंद्र सहनी, राजू कुमार झा, धीरज कुमार, साहिल, रवि कुमार, मो० अफरीदी, मो० महफूज, मो० फरमान, मो० सलीम, आइसा- इनौस जिला प्रभारी सुरेन्द्र प्रसाद सिंह सहित अन्य छात्र-नौजवान शामिल थे.
सभा को संबोधित करते हुए आइसा जिला सचिव सुनील कुमार ने कहा कि विधानसभा पर छात्र-नौजवानों का प्रदर्शन रोजगार और बेहतर शिक्षा के लिए आयोजित था. प्रदर्शन में आइसा के राष्ट्रीय महासचिव व पालीगंज से माले विधायक संदीप सौरभ, इंकलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अगिआंव से माले विधायक मनोज मंजिल, राज्य अध्यक्ष व डुमरांव से माले विधायक अजीत कुशवाहा सहित कई राष्ट्रीय व राज्य स्तर के छात्र-नौजवान नेता शामिल थे. वे नीतीश सरकार के प्रतिनिधि से मिलकर 19 लाख रोजगार सहित अन्य सवालों को लेकर मांग-पत्र सौंपना चाहते थे लेकिन नीतीश सरकार उनकी बात सुनने के बदले उन पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले और पानी का बौछार किया गया. इसमें दर्जनों छात्र-नौजवानों सहित विधायक भी बुरी तरह से घायल हो गये. कई के सिर फट गए. यह नीतीश सरकार की तानाशाही है जिसे छात्र-नौजवान बर्दाश्त नहीं करेंगे. शिक्षा और रोजगार के लिए छात्र-नौजवानों का आंदोलन पटना से दिल्ली तक और तेज होगा.
अंत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पूतला फूंक कर विरोध जताया गया.