प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली गीत पर रोक लगाए सरकार- खुर्शीद खैर
ऐसे भड़काऊ गीत के जरीये अपसंस्कृति फैलाने की साजिश बंद हो- सुरेन्द्र प्रसाद सिंह
अदालत- दलित- महिला आयोग स्वत: संज्ञान लेकर करे एफआईआर- खालीद अनवर
समस्तीपुर 3 मार्च ’21
दलित-पिछड़ी जाति एवं संप्रदाय विशेष को अपमानित करने वाली गीत गाकर सोशल साइट्स पर डालकर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के खिलाफ गाना को बैन कर एफआईआर दर्ज करने की मांग पर बुधवार को इंसाफ मंच एवं जन संस्कृति मंच के बैनर तले विरोध मार्च निकालकर गाना को बैन करने, गायक अजीत बिहारी एवं टीम पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई.
इंसाफ मंच एवं जन संस्कृति मंच के कार्यकर्ताओं ने मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां, झंडे, बैनर, फेसटून लेकर शहर के मालगोदाम चौक स्थित भाकपा माले जिला कार्यालय से विरोध मार्च निकाला जो बाजार क्षेत्र के मुख्य मार्गों से नारे लगाते हुए शहर के स्टेशन चौक पहुंचकर जुलूस सभा में तब्दील हो गया. सभा की अध्यक्षता इंसाफ मंच के जिला सचिव डा० खुर्शीद खैर ने करते हुए कहा कि भड़काऊ- फुहर भोजपुरी गीत “मियां टोली वाली माल सुपरहिट लागे रे” एवं “रहे झकास मियां टोली के माल रे” समेत अन्य गंदे गीत पर रोक लगाकर गायक अजीत बिहारी एवं टीम पर एफआईआर दर्ज करे नीतीश- मोदी सरकार.
उन्होंने कहा कि ऐसे गाने सोची- समझी साज़िश के तहत गाये गये है. इससे सामाजिक सौहार्द, भाईचारा बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. यह दलित- अक्लियत- पिछड़ी जाति-महिलाओं के साथ संपूर्ण समाज को अपमानित करने वाला है. राज्य की नीतीश एवं केंद्र की मोदी सरकार समेत जिला प्रशासन इस पर तुरंत एक्शन ले. गाना को प्रतिबंधित कर गायक अजीत बिहारी एवं उनकी टीम- कंपनी पर एफआईआर दर्ज करें अन्यथा आंदोलन तेज किया जाएगा.
मौके पर माले नेता सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि यह गाना अश्लील के साथ- साथ दलित- अक्लियत- पिछड़ी जाति-महिला को अपमानित करने वाला है. इसमें सिर्फ मुस्लिम समाज नहीं बल्कि चमार, नुनिया, माली, मल्लाह, शर्मा आदि के बहन- बेटियों को मजाक बनाया गया है. ये गाने हमारी सभ्यता- संस्कृति पर कुठाराघात है. गंगा- जमुनी तहज़ीब की समाज इसे बर्दाश्त नहीं करेगा. अदालत- महिला- दलित आयोग स्वत: संज्ञान लेकर उचित कानूनी कारबाई करना चाहिए. उन्होंने कहा कि कारबाई नहीं किए जाने पर आंदोलन तेज किया जाएगा. कार्यक्रम में नौशाद आलम, खालीद अनवर, कौशर अख्तर खलील, सुनील कुमार, अरशद कमाल बबलू, द्रख्शा जबीं,मनीषा कुमारी, प्रिति कुमारी, जानबी, जीतेंद्र सहनी, लोकेश राज, आशिफ होदा, नौशाद तौहीदी, मो० एजाज़ आदि उपस्थित थे.