प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
साजिश के तहत गाया गया गीत है, गायक पर एफआईआर दर्ज हो- सुरेन्द्र प्रसाद सिंह
सभ्य समाज ऐसे भड़काऊ गीत को बर्दाश्त नहीं करेगा- ब्रहमदेव प्रसाद सिंह
अदालत- दलित- महिला आयोग स्वत: संज्ञान लेकर कारबाई करे- बंदना सिंह।
सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली भड़काऊ- फुहर भोजपुरी गीत “मियां टोली वाली माल सुपरहिट लागे रे” एवं “रहे झकास मियां टोली के माल रे” समेत अन्य गंदे गीत पर रोक लगाकर गायक अजीत बिहारी एवं टीम पर एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर मंगलवार को भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय मोतीपुर वार्ड-10 से प्रतिरोध मार्च निकाला.
कार्यकर्ता मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां, झंडे बैनर हाथों में लिए मुख्य मार्ग से जुलूस की शक्ल में चक मोतीपुर के पैक्स चौक पहुंचकर गगनभेदी नारेबाजी के बाद जुलूस सभा में तब्दील हो गया.
सामाजिक कार्यकर्ता अशोक राय, ललन दास, भाकपा माले के ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, राजदेव प्रसाद सिंह, शंकर सिंह, रामबाबू सिंह, बासुदेव राय, बिन्देश्वर दास आदि ने सभा को संबोधित किया.
अपने अध्यक्षीय भाषण में माले प्रखण्ड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि ऐसे गाने सोची- समझी साज़िश के तहत गाये गये है. इससे सामाजिक सौहार्द, भाईचारा बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. यह दलित- अक्लियत- महिलाओं के साथ संपूर्ण समाज को अपमानित करने वाला है. राज्य की नीतीश एवं केंद्र की मोदी सरकार समेत जिला प्रशासन इस पर तुरंत एक्शन ले. गाना को प्रतिबंधित कर गायक अजीत बिहारी एवं उनकी टीम- कंपनी पर एफआईआर दर्ज करें अन्यथा आंदोलन तेज किया जाएगा.
चर्चित महिला आंदोलनकारी सह ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने कहा कि यह गाना अश्लील के साथ- साथ दलित- अक्लियत- महिला को अपमानित करने वाला है. इसमें सिर्फ मुस्लिम समाज नहीं बल्कि चमार, नुनिया आदि को मजाक बनाया है. ये गाने हमारी सभ्यता- संस्कृति पर कुठाराघात है. सय समाज इसे बर्दाश्त नहीं करेगा. अदालत- महिला- दलित आयोग स्वत: संज्ञान लेकर उचित कानूनी कारबाई करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐपवा इस आंदोलन को तेज करेगी.