टिकारी/गया
टिकारी से ओमप्रकाश की रिपोर्ट
दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) में “एक भारत श्रेष्ठ भारत” सेल के तत्वाधान मशहूर बंगाली फिल्म ” पथेर पांचाली ” की स्क्रीनिंग की गई। जन संपर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मो० मुदस्सीर आलम ने बताया कि विवि की “एक भारत श्रेष्ठ भारत” इकाई के सदस्यों ने नोडल आफ़िसर प्रोफेसर आतिश पराशर की अगुवाई में प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों के लिए स्पेशल स्क्रीनिंग का आयोजन किया | उन्होने कहा कि दर्शकों को सत्यजीत रे द्वारा 1955 में निर्देशित एवं राष्ट्रीय पुरुस्कार से सम्मानित इस बहुचर्चित फिल्म को देखकर देश की ग़रीबी से जुड़े एक महत्वपूर्ण आयाम से रूबरू होने का मौका मिला। ज्ञात हो कि ” पथेर पांचाली ” आज़ाद भारत की पहली फिल्म थी जिसने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई और वर्ष 1956 में कांन्स फिल्म फेस्टिवल में इसे बेस्ट ह्यूमन डॉक्यूमेंट पुरुस्कार मिला
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता और एक भारत श्रेष्ठ भारत कमिटी के नोडल आफ़िसर प्रोफेसर आतिश पराशर, समन्वयक डाॅ. प्रिय रंजन, डाॅ. अमिया प्रियम, डाॅ. मंगलम कुमार, डाॅ. पावस कुमार, डाॅ तरूण कुमार, डाॅ प्रज्ञा गुप्ता और डाॅ रचना उपस्थित थे। फिल्म स्क्रीनिंग से पहले अपने संबोधन में प्रोफेसर पराशर ने कहा कि ‘ एक भारत श्रेष्ठ भारत ‘ कार्यक्रम के द्वारा इस फिल्म की स्क्रीनिंग करने का उद्देश्य भारत की विविधता भरी संस्कृति का प्रदर्शित करना एवं इसका प्रसार करना है। हमें हमारी संस्कृति कि पहचान होने के साथ ही यह प्रयास करना चाहिए कि इसका सांस्कृतिक विस्तार हो । हमनें इस बात को ध्यान में रखते हुए फिल्म पैथर पंचाली का चयन किया और विद्यार्थियों की रूचि को देखते हुए भी स्क्रीनिंग करने का निर्णय लिया गया।
वहीँ कार्यक्रम के समन्वयक डाॅ प्रिय रंजन ने कार्यक्रम में आए हुए सभी लोगों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम हमारी सांस्कृतिक पहचान को बढ़ाने के साथ ही हमारी विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान का विस्तार करने में सहायक हैं। उन्होंने कमिटी के सदस्यों उज्जवल, प्रभाकर, कृतिका, प्रयांशु, पुरुषोत्तम, शुभम और अमृत को कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाने के लिए साधुवाद दिया। डॉ रंजन ने कहा कि अगले सप्ताह भी ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत ‘ के अंतर्गत सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।