सासाराम संवाददाता अभिषेक सिंह
रोहतास जिले के सब्जी उत्पादन करने वाले किसान कहते हैं कि जहां चाह है वही राह है. इस बानगी को सच साबित कर रहे हैं धान के कटोरे की पहचान वाले रोहतास जिले के पहाड़ी तलहटी में बसे गांवों के किसान. कभी जिले के उग्रवाद प्रभावित रहे क्षेत्र चेनारी प्रखंड के पहाड़ी इलाका मल्हीपुर पंचायत के सैकड़ों किसान अपनी खास पहचान बना रहे हैं. यह पहाड़ी गांवों का इलाका इन दिनों सब्जियों के उत्पादन का बड़ा हब बनता जा रहा है. अब परंपरागत धान की खेती से हटकर अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए सब्जी की खेती कर रहे हैं. कोरोना काल में आर्थिक क्षति की भरपाई कर खुद को फिर से खड़ा कर रहे हैंरोड मार्ग से जुड़े होने के कारण जिले के अलावे औरंगाबाद तथा कैमूर जिले के व्यवसाई सीधी खेतों तक पहुंच रहे हैं सीजन में बड़े पैमाने पर गोभी का उत्पादन इन इलाकों में हुआ था उसकी सप्लाईकई जिलों में की गई थी इन दिनों टमाटर का उत्पादन हो रहा है जिसकी सप्लाई बिहार और झारखंड के कई इलाकों में हो रही है