संवादाता संझौली, सोनु कुमार
संझौली प्रखण्ड क्षेत्र में धान की फसल पककर तैयार हैं। धान की बालियों को देखकर किसानों के चेहरे पर खुशी है। लेकिन, फसल काटने वाले मजदूरों का अभाव चिंता का विषय बना हुआ हैं। गौरतलब है कि झारखंड से हर वर्ष बड़ी संख्या में धान काटने के लिए मजदूर यहां आते थे। अधिकांश बिहार के सीमावर्ती जिले पलामू, गढ़वा व डाल्टेनगंज के मजदूर होते थे। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते मजदूर अपने गांव से नही आ सके हैं। मजदूरों को लाने के लिए उनके गांवो में जाने वाले किसान ब्ररेंग लौट आए हैं । किसान गुड्डू कुमार ने बताया की नमी होने के चलते हार्वेस्टर आधे से अधिक खेतो में फिलहाल नही चलेगा। लोगो को डर है की नवम्बर महीने के अंत तक फसल सूखने का इंतजार करने में धान की बलिया पककर खेतो में झड़ने लगी है। इससे किसान परेशान दीख रहे हैं।