प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
तथाकथित नीतीश- मोदी के सुशासन एवं विकास की सरकार का पोल खोल रहा है मुख्यालय के सर्किट हाउस के पास करीब एक साल से नाले से निकलकर सड़क पर बहता पानी. नाले की सफाई कर जल निकासी के लिए स्थानीय दुकानदार मो० सगीर, ललन वर्मा, अवधेश कुमार, शिवनाथ ठाकुर, मनोज कुमार एवं भाकपा माले के सुरेन्द्र प्रसाद सिंह आदि के द्वारा कई बार नप अध्यक्ष, कार्यपालक पदाधिकारी आदि को आवेदन भी दिया गया लेकिन सुशासन के सरकार की मनमानी प्रशासन पर इसका कोई असर नहीं पड़ा. कारबाई के नाम पर कई बार जेसीबी लाकर बांये-दांये कर चला गया. ढ़ाक के फिर वही तीन पात वाली कहावत बरकरार रहा.
भाकपा माले के जिला कमिटी सदस्य सुरेन्द्र प्रसाद सिंह बताते हैं कि इसी सड़क से जिले के आलाधिकारियों के अलावे विधायक, मंत्री आदि का काफिला अक्सरहां गुजरते रहता है पर इस समस्या से उन्हें कोई लेना-देना नहीं. नाले से निकले पानी सड़क पर जमने एवं जलजमाव के कारण के कारण सड़क टुटने से सैकड़ों सड़क हादसे हुए हैं. सैकड़ों राहगीरों, मोटरसाइकिल, वाहन सवारों को हाथ-पैर टूट चुका है. माले नेता ने कहा कि जीएसटी, नोटबंदी, कोरोना से लगातार परेशान व्यवसायी को जलजमाव के कारण परिवार का भरण-पोशन तो छोड़ दें, दुकान किराया तक नहीं चुका पाते.
माले नेता ने कहा कि चुनाव के समय भी नाले की सफाई नहीं कराना जनता को आक्रोशित करने वाला कदम है. उन्होंने इसे चुनावी मुद्दा बनाने की घोषणा करते हुए अविलंब नाले की सफाई कर जल निकासी की मांग अन्यथा आंदोलन चलाने की घोषणा की.