चल गया पूर्व विधायक तथा वर्तमान पालिकाअध्यक्षजासमीर अंसारी/ईओ हनीफ खान का जुगाड़
सीतापुर। अधर में लटकी अब तक लहरपुर नगर पालिका की जांच में काफी प्रतिक्रिया सामने आ रही आम जनमानस का यही मानना है कि पूर्व विधायक और वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष जासमीर अंसारी तथा अधिशासी अधिकारी हनीफ खान का जुगाड़ ऊपर तक हो गया है और इसी जुगाड़ के चलते लहरपुर नगर पालिका की जांच में रोड़े अटका आने का प्रयास हो रहा है कहने का तात्पर्य है कि जांच को प्रभावित किया जा सकता है ऐसे कयास भी लगाए जा रहे हैं हालांकि यह कयास कितने सफल होंगे यह तो कहा नहीं जा सकता है लेकिन पूर्व में जब अधिशासी अधिकारी लहरपुर नगर पालिका परिषद हनीफ खान के द्वारा जांच रिपोर्ट लगा दी गई थी।जिसमें लोगों की और मीडिया में काफी प्रतिक्रियाऐं सामने आईं जिसपर उपजिलाधिकारी लहरपुर ने जिलाधिकारी सीतापुर को पत्र लिखकर बताया की जांच अभी लंबित है। लेकिन उसके बाद भी लोगों की प्रतिक्रिया बराबर जारी है और आपसी चर्चा हो रही है कि आखिरकार जब यह जांच 23 मई को पूरी हो कर शासन को भेज देनी चाहिए थी उसके बावजूद भी अब तक जांच नहीं हो पाई है जिसका मतलब क्या समझा जाए? और अब भी वही कयास लगाए जा रहे हैं बताते चलें कि अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड बीपी सिंह भी इस जांच का हिस्सा है लेकिन अभी तक इस जांच में कोई प्रगति नहीं हुई है जो इस जांच पर सवाल खड़ा कर रही है कि आखिरकार क्या जांच में समझौता या दबाव बनाने के लिए शिकायतकर्ता पर जांच में समय लगाया जा रहा है जिसके चलते कि बीच में ही शिकायतकर्ता टूट जाए और जांच को जिस तरफ चाहे उस तरफ मोड़ा जा सके फिलहाल तो यह कयास हैं और जनमानस में जो चर्चाएं चल रही हैं उनमें कितना सच है इस पर कुछ भी कहा नहीं जा सकता है लेकिन जिस तरीके से जांच में देरी हो रही है वह जांच पर सवाल खड़ा कर रहा है और शिकायतकर्ता ने इसके पूर्व भी पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र भेजकर इस बात की संभावनाएं भी जताई किउसके ऊपर खतरा मंडरा रहा है। जिससे आम जनमानस इस बात को उसी से जोड़कर देख रहा है कि कहीं दबाव बनाने की कोशिश हो रही है क्या? लेकिन शिकायतकर्ता से इस बारे में जानकारी ली गई तो उसने स्पष्ट कर दिया कि उसके ऊपर कोई दबाव नहीं है और ना ही वह जांच में कोई भी समझौता करेगा हर हाल में शिकायत कर्ता जांच होने के पक्ष में ही दिखाई दे रहा है।बताते चलें की अधिशासी अभियंता प्रांन्तीय खंड लोनिवि और जांच टीम जिस तरह से शासन की भ्रष्टाचार नीति की धज्जियां उड़ा रहें क्योंकि जांच का निर्धारत समय बीत चुका है।उसके पश्चात भी जांच प्रक्रिया जस के तस है उसपर यही कहते सुना जा रहा है।अब आगे जांच प्रक्रिया में कितनी तेजी आयेगी।यह तो समय आने पर पता चलेगा।सवाल अब भी वही है जांच प्रक्रिया आखिर कब पूरी होगी?….क्रमशः
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