संवाददाता–मो०शमशाद आलम
करगहर(रोहतास):वैश्विक महामारी के इस दौर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच चिकित्सक से लेकर सफाई कर्मी तक सभी जी-जान से जुटे हुए हैं। ये सभी अपनी जिम्मेवारियों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं। लेकिन, कोरोना की इस लड़ाई में सबसे कठिन कार्य कर रहे हैं लैब टेक्नीशियन। रोहतास जिले के करगहर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत लैब टेक्नीशियन सनोज कुमार ने सैंपल कलेक्शन में सराहनीय कार्य किया है। वे पीएचसी करगहर,नारायण मेडिकल कालेज जमुहार, सदर अस्पताल सासाराम लेकर अब तक 700 से अधिक लोगों के सैंपल ले चुके हैं।जिसमे 200 लोग कोरोना पोजिटिव पाये गये है। कोरोना योद्धा के रूप में इनके कार्य की सराहना स्वास्थ्य विभाग की टीम कर रही है।कोरोना मरीज की पहचान से लेकर इलाज तक की प्रक्रिया में लैब टेक्नीशियन का जांच कार्य एवं कोरोना मरीजों के सैंपल लेने का कार्य अत्यधिक जोखिम भरा होता है। क्योंकि, सैंपल लेने के दौरान एक तो मरीज और लैब टेक्नीशियन के बीच दूरी न के बराबर रहती है। कोरोना संदिग्धों का स्वाब लेते समय भी मरीज को कई बार खांसी आ जाती है और तो और कई बार उल्टी भी हो जाती है। जिसकी वजह से संक्रमण का खतरा हर समय बना रहता है। हालांकि, सैंपल प्राप्त करने का कार्य करते वक्त लैब टेक्नीशियन पीपीई किट पहनकर ही इस कार्य को अंजाम देते हैं। बावजूद इसके इस कार्य में खतरा है। लैब टेक्नीशियन सनोज कुमार ने कहते हैं, जब पूरे विश्व पर कोरोना का संकट छाया हुआ है तो वे इससे कैसे मुंह मोड़ सकते हैं। जिम्मेवारी का निर्वहन तो हर हाल में करना ही है।
शुरुआत में लगता था डर : वे बताते हैं कि पहली बार जब सैंपल कलेक्शन कर रहे थे तो, उनके मन में एक डर था। लेकिन अब तो हर रोज के कार्यो में सैंपल कलेक्शन करना आदत में शामिल हो गया है। वे बताते है वह एक किसान परिवार के बेटे है,किसान के बेटे को जो काम मिलता है पुरी निष्ठा कर्तव्य के साथ निभाते है। और अपने कर्तव्य से पीछे नही हटते है ,लोगों का सेवा करने में मुझे सुकून मिलता है। इसलिए उनके घर में डर का कोई माहौल नहीं है।वैसे मन में कोरोना संक्रमण का भय भी बना रहता है। लेकिन इस विचार को तत्काल त्याग कर जल्द ही अपने काम में तल्लीन हो जाते है। उन्होंने बताया कि सैंपल को प्राप्त करने में उनकी टीम की ओर से भी हरसंभव सहयोग मिलता है।