पुण्यतिथि पर याद किए गए भिखारी ठाकुर
डेहरी ऑन सोन रोहतास
अभिनव कला संगम के नंदन कुमार ने भोजपुरी लोक सांस्कृतिक के पुरोधा भिखारी ठाकुर के पुण्यतिथि पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भोजपुरीयों के दिल की धड़कन है स्वर्गीय भिखारी ठाकुर भोजपुरी के धरोहर हैं भोजपुरी लोक सांस्कृतिक के पुरोधा स्वर्गीय भिखारी ठाकुर को अभिनव कला संगम की ओर से शत शत नमन है उन्होंने कहा कि स्वर्गीय ठाकुर का विदेशिया नाटक सच कहें तो भोजपुरी लोक जीवन का जीवंत दस्तावेज है या महज नाटक की एक किताब भर नहीं बल्कि भोजपुरिया अस्मिता की पहचान है सृजनशीलता का प्रतीक है भोजपुरी संस्कृतिक में सामूहिक गान की जबरदस्त परंपरा रही है सारी ठाकुर में विदेशिया शैली को प्रयोग सामूहिक त्रासदी की कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए किया था उन्होंने कहा कि भिखारी ठाकुर ने अपने विदेशिया नाटक में ईश्वर और माया का एक अनोखा रूपक तैयार किया है नाटक के जरिए ठाकुर ने प्रदेश में रहने वाले को भी घर लौटने की सलाह दी है भिखारी ठाकुर की मृत्यु के बाद उनकी मंडली ज्ञान सदस्यों मैं ना तो उनकी प्रतिभा थी और ना उत्साह वे नाटक को समीचीन बनाए रखते समय के साथ विदेशिया में आवश्यक परिवर्तन नहीं किया जा सका जब तक भिखारी ठाकुर जिंदा थे उन्होंने नाटकों में अवश्य परिवर्तन पर उसे प्रासंगिक बनाए रखते थे।