रिपोर्ट-मोo मुजाहिद इस्लाम
सहरसा
सहरसा ज़िला के बिहरा थाना क्षेत्र के बारा गाँव वार्ड नम्बर-05 में पिछले 10 मई को गांव के दबंगों द्वारा महादलित समुदाय के साथ मारपीट का मामला सामने आया। जिसमें महादलित समुदाय के लोगो द्वारा बताते है,की महादलित के बच्चे ने गाँव के ही मदन झा के बागान में आम चुनने के दौरान मदन झा ललित झा,श्री नारायण झा समेत अन्य ने बच्ची को बेहरमी तरह से मारपीट किया।जिसकी सूचना बच्चे के पिता बिहारी सादा और माता सुनीता देवी को पता चलने पर पूछने गए तो मदन झा ललित झा,श्री नारायण झा ने बिहारी सादा ओर उसकी पत्नी सुनीता देवी के साथ भी मारपीट सहित जातिसूचक शब्द गाली का प्रयोग करके मारपीट कर भगा दिया,जब कुछ गाँव के ग्रामीण पहुँचे तो ग्रामीणों के साथ भी मारपीट बगान मालिक ने महादलित सहित अन्य के साथ करना शुरू कर दिया।फिर सभी महादलित ने एकजुट होकर बिहरा थाना गए,जहां पर पहले से मौजूद गेट पर तैनात सिपाही ने डाँट-फटकार कर भगा दिया।उसके बाद गाँव के महादलित सब पहुँचे एससी/एसटी थाना जहाँ पर थाने में आवेदन नही लिया,दिन भर सभी को खाली पेट भूखे प्यासे ज़िला में काटना पड़ा,बाद में उनलोगों को एससी/एसटी थाना के द्वारा बताए कि 5000/-रुपया लगेगा तभी केश दर्ज करेंगे।फिर इन गरीब महादलित के पास रुपया नही रहने पर पुनः वापस होना पड़ा अपने घर।वही गाँव के मुखिया रोहित मुखिया बताते है,की वह सब ब्राह्मण है,ओर हमलोग हरिजन में आते है,बच्ची के आम चुनने के विवाद में मारपीट बच्ची सहित उसके माता-पिता को कर दिया।जब इसकी पंचायत बैठाया तो दोनों पक्ष को बैठाया लेकिन दूसरे पक्ष के मदन झा ललित झा,श्री नारायण झा ने सभी के बीच मे मेरे साथ भी मार-पीट करना शुरू कर दिया।जिसको लेकर हमे भी बुरी तरह जख्मी हो गए।और जातिसूचक शब्द का प्रयोग करते हुए बोला कि मुशहरवा तुमको भी पिछले ही मुखिया के तरह गोली मार देंगे वही रोहित मुखिया काफी डरे-सहमे हुए है,रोहित मुखिया बारा पंचायत का मुखिया है।लेकिन बारा पंचायत में मुखिया के साथ अभद्र व्यवहार करना यह सीधा-सीधा मुख्यमंत्री पर व्यवहार करना सा हो गया,चुकी कब तक नीतीश सरकार आपके जनप्रतिनिधियों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रो के मुखिया तक दूसरे के नीचे उत्पीड़न होता रहे।वही मुखिया सहित ग्रामीणों को भी अब डर-डर भटकना पड़ रहा है,इन दलितों को।अब कौन करेगा इनलोगो का इंसाफ?
जहाँ इंसाफ के लिए पहुचे दलित वहाँ उनलोगों इंसाफ के बदले माँगी गई मोटी रकम ?
इस दुनियाँ में इंसान की कीमत कम और रुपया की कीमत ज्यादा हो गई है ?
अब इन दलित परिवारों का सुनेगा कौन?
वही बिहरा थाना के थानाध्यक्ष ने बताया कि हमारे यहाँ किसी तरह का मामला लेकर कोई नही पहुँचा है। क्या यह दलित इंसान नही है,जो किसी दबंगो द्वारा जब चाहे तब घसीट ले और मारपीट करना शुरू कर दे।