सासाराम
वाहनों का परिचालन खतरों से खाली नहीं कोचस बक्सर रोड पहली बरसात में ही वैतरणी बन गई जिसे पार करना वाहनों के लिए खतरों से खाली नहीं रह गया है। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो सड़क पर इतने बड़े गड्ढे भर आए हैं की उसे अगर शीघ्र नहीं भरवाया गया तो कुछ दिन के बाद सड़क पर चलना मुश्किल हो जाएगा। सड़क की स्थिति एक बार लोगों को लालू राबड़ी की जंगलराज की याद दिला रहा है। सचमुच कोचस महात्मा गांधी चौक से मदरसा तक सड़क मे गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क या कहना मुश्किल है। सड़क पर वाहन चालक काफी संभल कर चल रहे हैं फिर भी वाहन में गड़बड़ी पैदा हो जा रही है। बुधवार को कोचस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के समक्ष एक बस गड्ढे में खराब हो गई और वह दिनभर वहीं खड़ी रही। कुल मिलाकर सड़क की हालत बिल्कुल बदतर है सड़क की मरम्मत के संबंध में जब नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मेरे अस्तर से पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखा जा चुका है तथा व्यक्तिगत तौर पर भी बात की गई है। हालांकि उन्होंने बताया कि विभाग अभी मरम्मत कराने मैं असमर्थता जाहिर कर रहा है। मीडिया दर्शन द्वारा जब कार्यपालक अभियंता से बात की गई तो उनका कहना था कि इस समस्या से हम लोग वाकिफ हैं उसके लिए प्राक्कलन बनाकर सरकार में भेजा गया है स्वीकृति अभी नहीं मिली है स्वीकृर्ति मिलने के बाद ही सड़क की मरम्मत संभव है।सडक की दयनीय स्थिति का हवाला देने पर उन्होंने तत्काल भरवाने की व्यवस्था करने की बात कही थी, लेकिन अभी वह भी काम नहीं हुआ की बरसात धमक गया है। अगर दो तीन रोज लगातार पानी होते रहा तो निश्चित रूप से सड़क पर नाव चलाने की जरूरत पड़ जाएगी । कुल मिलाकर सड़क की बदहाली से कोचस के लोगों में भारी आक्रोश है और लोग स्थानीय जनप्रतिनिधि को इसके लिए कोश रहे हैं ।बता दें कि महात्मा गांधी चौक कोचस से चौसा बक्सर के लिए सड़क जाती है जिस पर बड़े-बड़े गड्ढे उभर आए हैं।
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