करगहर/बिहार
करगहर — प्रखंड मुख्यालय के सभागार भवन में शनिवार को पंचायत समिति की मनरेगा के लिए विशेष बैठक आयोजित हुई। बैठक शुरू होने से पूर्व ही प्रभारी प्रमुख तेज प्रताप सिंह ने जनप्रतिनिधि के बदले उनके पति और अन्य के बैठक में शामिल होने पर आपत्ति जता कर कहा कि ऐसा नहीं चलेगा। विभिन्न कार्यों को लेकर गहमा गहमी और हंगामे का माहौल बना रहा।
बैठक में समरडिहां, ठोरसन, बकसडा़ पंचायत की मुखिया नहीं आये। उनके बदले मुखिया के पती अर्थात एमपी आये। जबकि भोखरी, रीवां एवं शिवन, अकोढी़ पंचायत की मुखिया आए ही नहीं थे। जबकि कई पंचायत के पंचायत समिति सदस्य के पति एवं पुत्र भाग लिये। यह नियम का सीधा उल्लंघन है। शौचालय की राशि एवं मनरेगा के अंतर्गत समय से भुगतान नहीं होने को लेकर काफी हंगामा हुआ जैसे तैसे लोगों ने हंगामे को शांत कराया और बैठक उसी स्थिति में शुरू हुई। बीडीओ मोहम्मद असलम ने कहा कि अगली बैठक से सिर्फ जनप्रतिनिधि को ही बैठने की इजाजत मिलेगी। मनरेगा को ले हुई विशेष बैठक की अध्यक्षता प्रभारी प्रखंड प्रमुख तेज प्रताप सिंह ने की। गहमा गहमी के बीच शुरू हुई बैठक में मनरेगा पीओ सज्जाद जहीर द्वारा जल जीवन हरियाली योजना के तहत पोखरा खनवाने ने की अपील किया जिसके अंतर्गत उनके द्वारा बताया गया कि सरकार के द्वारा सब्सिडी भी दी जाएगी। बैठक में 19 जनवरी को मानव श्रृंखला बनाने में सबकी सहभागिता को लेकर अपील किया गया तथा वर्ष 2019-2020 के लिए वार्षिक कार्य योजना का प्रस्ताव भी लिया गया। बैठक में मनरेगा कार्य में जिस स्थल पर मिट्टी काटने का साधन नहीं है वहां ट्रैक्टर के उपयोग को ध्वनि मत से पारित कर दिया गया। पूर्व योजना के लंबित भुगतान शीघ्र करने का प्रस्ताव पास किया गया। बैठक में जिला पार्षद शकील अहमद, मुखिया संघ के अध्यक्ष गुप्तेश्वर सिंह, मुखिया राजू सिंह, मुखिया सरोज कुमार सिंह आदि थे।