नौहट्टा /रोहतास
झमाझम बारिश ने कड़ी सर्दी बढ़ा दी है इस बरसात के चलते कई किसानों में खुशी की लहर दौड़ चुकी है तथा कई किसान मायूसी की नदियों में गोता लगा रहे हैं बता दें कि जो किसान आज से 3 सप्ताह गेहूं की बुवाई कर चुके हैं जिनकी गेहूं खेतों में निकलकर हरियाली लहरा रही है उन किसानों के लिए सोने पर सुहागा यह बरसात साबित हुआ है कई किसानों ने बताया कि हम सब डीजल पंप अथवा विद्युत मोटर पंप के द्वारा गेहूं की सिंचाई करते हैं उसके बाद खेतों में खाद देकर पौधे को भरण पोषण करते हैं परंतु ईश्वर की यह बरसात वरदान सी साबित हो गयी क्योंकि बिजली का बिल या डीजल पंप का खर्चा तथा ठंडी के मौसम में परिश्रम करने से सब कुछ वंचित हो गया इन्हीं झमाझम बरसातों के चलते खेतों में खाद डालकर लहलहाते गेहूं के पौधे के साथ खुशी से झूम रहे हैं तो वहीं कई किसान गम की दरिया में डूबे हुए हैं दुखी हुए किसान बता रहे हैं कि
इस प्रखंड क्षेत्र में जो बरसात हुई है वह हम सबके लिए हानिकारक साबित हुई है क्योंकि कई किसानों की धान अभी भी खेतों या खलिहान में पड़ा हुआ है जो कि सड़ने के कगार पर है तथा जो गेहूं की बुवाई कुछ ही दिन पूर्व की गई है उन गेहूं की बीजों की सड़ना भी निश्चित है जिन से किसानों की हानि हो सकती है परंतु विधि के विधान को कौन टाल सकता है अन्नदाता कहे जाने वाले किसानों पर चारों तरफ से कहीं ना कहीं से घोर संकट या किसी प्रकार की परेशानी आ ही जाती है कभी ओलावृष्टि तो कभी अकाल कभी बाढ़ तो कभी आग लगी तो कभी आर्थिक स्थिति की कमी जिसके चलते किसानों में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो जाती है इस झमाझम बरसात में प्रखंड के साथ साथ जिला में भी सभी स्थानों पर ठंड बढ़ा चुका है वही तेज हवाएं चलने के कारण कुछ और परेशानियां किसानों को हो रही है जिनसे निपटने के लिए प्रखंड स्तरीय कृषि पदाधिकारी से गुहार लगा रहे हैं