पटना:-बिहार इंटर की परीक्षा शुरू हुई बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने परीक्षा में जूता-मौजा पहन कर आने पर रोक लगा रखी है इसपर जन अधिकार पार्टी ने सरकार के इस फैसले पर नाराज़गी जतायी है ।
जन अधिकार पार्टी के युवा परिषद के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश तिवारी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी बिहार में तालिबानी कानून बनवा रहे है कदाचारमुक्त परीक्षा के नाम पर बारहवीं के परीक्षार्थियों को परेशान किया जा रहा है उनको टॉर्चर किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि इतनी ठंढ का मौसम है लेकिन इसके बावजूद मफलर और टोपी जूते मोजे पहनने पर भी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने रोक लगा दी है बतायें छात्र-छात्राएँ घर से इतने दूर परीक्षा केंद्र पर चप्पल और खाली पैर जाएं कान में बगैर मोफलर और टोपी के अपनी जान को खतरे में डाले यही चाहती है बिहार की सरकार? ऐसे नियम तालिबानी और अंग्रेजी हुकूमत के जैसे है जो भी छात्र परीक्षा केंद्र में जूते पहन जा रहें है उन्हें एग्जाम तक नही देने दिया जा रहा हैं उसे दंडित किया जा रहा प्रश्न पत्र लेट से दिया जा रहा है आखिर छात्रो ने ऐसा कौन सा पाप कर दिया कि उसे इतनी बड़ी सजा दिया जा रहा है।
रजनीश तिवारी ने बिहार सरकार से मांग किया है एग्जाम हॉल में ठंड को देखते हुए छात्र-छात्राओं को जूते-मोजे और मोफलर टोपी पहनकर जाने की इजाज़त दी जाय भले ही उसकी तलाशी सख्ती से लिया जाय लेकिन छात्रों को जान जोख़िम में नही डाला जाए ।