बादल हुसैन
मधुबनी भारत नेपाल के अंतिम छोड़ पर बसे जयनगर में बुधवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार पहुंचे।मुख्यमंत्री ने नेपाल बाँर्डर पर नो मेंस लैंड के निकट अकोन्हां गावं में निर्माणाधीन रिंग बांध ,कमला पुल का निरीक्षण किया।इस दौरान सीएम ने उपस्थित पदाधिकारीओ को उचित दिशा निर्देश भी दिया।वही मीडिया के सवालो के जबाब देने में असहमत जताया।आप को बतादे कि गत वर्ष 13 जूलाई को जयनगर कमला नदी में आयी भीषण बाढ में कुल सात स्थानों पर बांध टूटे थे।कमला बैरेज पर बांध का पानी ओवर फ्लो कर गया था।जिससे आसपास के इलाके में काफी तबाही हुयी थी।इस दौरान नव निर्मित इंडो नेपाल मैत्री रेल परिजनों का रेल पुल भी बाढ के चपेटे में आ गयी और पुल के निचे की मिट्टी बह गयी थी।स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन व विभाग अबकी बार कोई रिस्क नहीं लेना चाहता।वही क्षतिग्रस्त हुए बांधों का मरम्मत कार्य अंतिम चरण में है।अकौन्हा गावं में निर्माणधीन स्थल पर आपसी सहमति के बाद नो मेंस लैंड के दायरे में आने वाले हिस्से को छोड़ कर काम कराया जा रहा है।जल संसाधन विभाग लगभग दस करोड़ का लागत से पूर्वी व पश्चिमी रिंग बाधों के कार्य तेजी से चल रहे है।नेपाल सरकार के द्वारा बाढ सुरक्षा कार्य पर रोक के बाद बिहार सरकार गंभीर हो गई।और मुख्यमंत्री नीतिश कुभार स्वयं जयनगर पहुचे और बांध मरम्मत कार्य का जायजा लिया।इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री संजय झा,जिला पदाधिकारी डाँ निलेश रामचंद्र देवडे,एवं एसपी डाँ सत्यप्रकाश,कमला नहर प्रमंडल के अभियंता,एडीएम डीडीसी अजय कुमार,अपर अनुमंडल पदाधिकारी गोविंद ,जयनगर अनुमंडल पदाधिकारी,सीओ संतोष कुमार,बीडीओ चंद्रकांता,जयनगर अपर थानाध्यक्ष एस एन सारंग,सहीत अन्य पदाधिकारी गन्णय उपस्थित रहे।
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