रिपोर्ट:-बलराम कुमार सुपौल,बिहार
सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज की है।
एक तरफ सरकार स्वास्थ्य विभाग पर लाख दावे करती है।
की स्वास्थ्य विभाग पर लाखों करोड़ों रुपए खर्च होती है।
तो वहीं दूसरी तरफ ये देखा जा रहा है कि त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में ईलाज के लिए भाड़ी मात्रा में ईलाज के सामानों कमी देखी जा रही है।
जहाँ कोरोना वायरस की महामारी पूरे देश में में चल रही है।
इस वायरस को लेकर देश के सभी लोग परेशान है।
तो वहीं लोग दिल्ली पंजाब से बिहार आने के लिए नए नए तरीके अपना रहे हैं।
कोई साईकल से आ रहे हैं।
कोई बाईक से कोई टेम्पू से तो कोई एम्बुलेंस से एक तरफ सरकार कह रही है की जो जहाँ हैं वहीं रहे तो दूसरी तरफ सरकार इस दिशा निर्देश पर फैल होता दिखाई दे रही है।
पूरे देश में देखा जा रहा है की कोरोना वायरस को लेकर जनता परेशान है।
तो वहीँ बाहर से आ रहे लोगों शिलशिला है खत्म हीं नहीं हो रही है।
जिससे अपने घर में रह रहे लोग परेशान हैं।
वहीं डॉक्टरों द्वारा बाहर से आए लोगों को जाँच का सामान नहीं रहने के कारण ठीक तरह से जाँच भी नहीं हो पा रही है।
सिर्फ सर्दी, खाँसी, बुखार, पूछ कर छोड़ दिया जा रहा है।
जिससे बाहर से आए लोगों से डरे सहमे लोग जी रहे हैं।
सरकार को चाहिए की जब तक स्थिति ठीक नहीं होती है तबतक बाहर आने जाने वालों पर रोक लगाना चाहिए या सही तरीके से ईलाज की व्यवस्था करनी चाहिए।
जिस तरह से बिहार में नए संक्रमण के लोग मिल रहे हैं।
खतरा बढ़ता जा रहा है।
समय रहते इस पर रोक नहीं लगाया गया तो कुछ भी हो सकता है।
अब देखना लाजमी होगा की सुशासन बाबू की सरकार में स्थिति कब तक सुधारी जाती है।