मोकामा से कन्हैया कुमार की रिपोर्ट
मोकामा/बिहार
25 वर्षीय एक युवक को लॉकडाउन ने लील लिया।मोकामा नगरपरिषद के चिन्तामनीचक फाटक के पास रहने वाला संतोष दास पिछले 4-5 दिनों से बीमार था।उसे पेट में दर्द था और इलाज के लिए वो मोकामा नाजरथ अस्पताल गया जहाँ अस्पताल ने उसे भर्ती करने से मना कर दिया।मोकामा रेफरल अस्पताल खुद बदहाल अवस्था में है जहाँ गम्भीर मरीजों की देखभाल की कोई व्यवस्था नहीं है।लॉकडाउन होने की वजह से वो बेहतर इलाज के लिए पटना भी नहीं जा सका।मजबूर होकर परिजनों ने एक स्थानीय निजी नर्सिंग होम में उसे भर्ती किया।जहाँ आज उसकी मौत हो गई।
उससे पूर्व समाजसेवी रामकृष्ण कुमार ने उसकी बीमारी की सूचना भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ रामसागर सिंह को दी थी जो एम्बुलेंस लेकर पटना से चल चुके थे।वहीं दूसरी ओर उसकी हालत बिगड़ती देख नर्सिंग होम के व्यवस्थापकों ने बेगूसराय से एक चिकित्सक को बुला भेजा था।परन्तु दोनों के आने से पूर्व ही संतोष दास की मृत्यु हो गई।
प्रदेश सरकार ने महीनों पूर्व मोकामा में ट्रामा सेंटर खोलने की घोषणा की है परन्तु धरातल पर अभी कुछ नजर नहीं आ रहा।नतीजा सामने है, मोकामावासी भगवान भरोसे जीने को मजबूर हैं।न जाने लॉक डाउन और प्रदेश सरकार की अव्यवस्था की वजह से और कितनी जान जाएगी।कितनी जानों के जाने के बाद प्रदेश सरकार जागेगी।