सासाराम
पिछले दो दिनों से जिले में हो रही मूसलाधार बारिश व ओलावृष्टि से फसलों को अच्छा-खासा नुकसान हुआ है। दलहन-तेहलन, मक्का व गेहूं फसल का नुकसान हुआ है। इस बारिश से रबी फसलों के अलावे सब्जियों की खेती पर असर पड़ा है। इससे किसानों के लाखों रूपए का नुकसान हुआ है। हालाकि कृषि विभाग द्वारा बारिश से नुकसान फसलों का सर्वेक्षण नहीं किया गया है। लेकिन यह अंदेशा लग रहा है कि फसलों का नुकसान हुआ है। इसे ले किसानों की चिंताएं बढ़ गई है। नुकसान की भरपाई कैसे होगी, इसे ले किसान चिंतित हैं। जिस तरह अंतिम समय में खरीफ फसल पर आपदा की मार पड़ी थी। उसी तरह शुरूआती दौर में रबी फसलों पर प्राकृतिक आपदा की मार पड़ी है। सबसे ज्यादा नुकसान पहाड़ी क्षेत्रों में फसलों को हुआ है।
पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश के साथ ओले पड़े हैं। सबसे अधिक बारिश चेनारी में 52.4 मिलीलीटर हुई है। सबसे कम सूर्यपुरा में 23.8 मिलीलीटर बारिश हुई है। शिवसागर प्रखंड के दक्षिणी भाग में ज्यादा फसलों का नुकसान हुआ है। किसान इसे ले चिंतित हैं कि बारिश से धान फसलों का काफी नुकसान हुआ था। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा सरकार को रिपोर्ट भेजी गई कि जिले में एक प्रतिशत भी फसलों का नुकसान नहीं हुआ है। कहीं ऐसा नहीं कि रबी फसल का रिपोर्ट गलत न भेज दिया जाए। यदि ऐसा होगा तो किसानों पर कहर टूट पड़ेगा। किसान खेती करना भी बंद कर देंगे।