ETV News 24
Other

राष्ट्रीय सुरक्षा में मीडिया की भूमिका अहम -कुलपति प्रोफेसर राठौर

टिकारी/गया

टिकारी से ओमप्रकाश की रिपोर्ट

देश की सुरक्षा, संप्रभुता और वैश्विक प्रतिष्ठा के लिए लोकतंत्र के एक महत्वपूर्ण स्तम्भ के रूप में मीडिया की भूमिका काफी अहम है। हालिया दिनों में मीडिया के प्रमुख माध्यम टेलीविज़न, अख़बार, रेडियो आदि के साथ – साथ ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल्स और सोशल मीडिया आदि से मीडिया के दायरे और पहुँच में वृहत विस्तार हुआ है। जहाँ एक तरफ देश का मीडिया तेज़ रफ़्तार से विकसित और विस्तारित हुआ है वहीँ इसकी विश्वसनीयता पर लोकतंत्र के स्तम्भ के रूप में समाज एवं देश के प्रति गैरज़िम्मेदारी भरा रवैया भी बड़ा प्रश्न खड़ा करता है। मीडिया की देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रति भागीदारी एवं ज़िम्मेवारियों का निर्वाहन से जुड़े विचारों एवं प्रश्नों को दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय में आयोजित दो-दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में विशेषज्ञों ने विस्तृत रूप से चर्चा किया।जन संपर्क पदाधिकारी (पीआरओ) मो० मुदस्सीर आलम ने बताया कि गुरुवार (5 मार्च 2020) को विवि के जनसंचार एवं मीडिया विभाग और सामाजिक अध्ययन विभाग के तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी की शुरूआत हुई। उन्होंने बताया कि ‘मीडिया संलाप एवं भारतीय सुरक्षा : सामाजिक सरोकार पर दृष्टिकोण’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी के की औपचारिक शुरुआत मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सी. पी. सिंह और विख्यात पत्रकार सतीश कुमार सिंह के साथ माननीय कुलपति प्रोफेसर हरिश्चंद्र सिंह राठौर ने दीप प्रज्ज्वलन करके किया। इसके पश्चात मीडिया विभाग के डीन प्रोफेसर आतिश पराशर ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए संगोष्ठी के विषय एवं उसके उद्देश्यों को साझा किया। इस अवसर पर प्रो. परासर ने कहा कि मीडिया हमारे देश के विकास कि दिशा को तय करती है। मीडिया ने देश के सुरक्षा के साथ ही आतंरिक एवं बाहरी सुरक्षा का भी ख्याल रखा है। आज मीडिया पर कई तरह का आरोप लग रहे हैं। इन सब आरोपों के बावजूद भी मीडिया ने अपने अस्तित्व को बनाए रखने के साथ ही हर क्षेत्र में उल्लेखनिय योगदान दिया है।
इसके पश्चात मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित विख्यात पत्रकार सतीश कुमार सिंह ने कहा कि पत्रकारों पर चाहे कितने भी प्रश्न खड़े किए जाए अपनी बातों को सभी के सामने रखना जारी रखा जाए। दुनिया में हर जगह मीडिया ने कई तरह के आरोपों के बावजूद अपनी स्वतंत्रता के साथ काम किया है। अगर हमें अपनी बातों को सभी के साथ तथ्यों को रखना होगा। आज भले हीं तथ्यों में हेर फेर किया हो पर मीडिया को अपना काम सकारात्मकता के साथ करना चाहिए। अगर मीडिया ने अपने कामों को सही से किया तो यह मीडिया तो देश के सुरक्षा में बहुमुल्य योगदान दे सकता है। आज मीडिया को अपने अस्तित्व को बनाए रखने के साथ ही अपने अधिकारों एवं मूल्यों का भी ध्यान रखना चाहिए। मीडिया को प्रसिद्धि पाने या अपने आपने चेहरे को बनाने के साधन के रुप में नहीं होना चाहिए। हमें अपने सवालों को सभी के सामने रखना होगा। सुरक्षा को बनाए रखने के लिए सभी का सहयोग होना चाहिए। हमें विपक्ष की बातों को सत्ता पक्ष के समनान्तर रखना होगा ।
इस दौरान सम्मानित अतिथि एवं मुख्य वक्ता के रूप में इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सी. पी. सिंह ने कहा कि मीडिया को विकास के साथ संस्कृति, आस्था, मुल्यों, अधिकारों के साथ ही कर्तव्यों को ध्यान में रखना होगा। हमें अपने देश की सुरक्षा के लिए बाहरी खतरो के साथ ही आंतरिक खतरों का भी बराबर ख्याल रखना होगा। आज हम लोकतांत्रिक व्यवस्था पर निर्भर हैं पर हमें ख्याल रखना होगा कि देश के राजनेता अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल न करें। हमें अपने देश की सुरक्षा हेतु इतिहासिक तथ्यों का भी ध्यान रखना होगा। हमें अपने जानकारियों के स्तर को बढ़ाने के लिए अपने सोच के स्तर में भी परिवर्तन लाना होगा। हमें अपने शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए पूर्ण रुप से सरकार पर निर्भर होने की आवश्कता नहीं है। आज हमें अपने विचारों को दुरुस्त करने के लिए गाँधी को पढ़ना आवश्यक है। हमें अपने समस्याओं को ध्यान पूर्वक देखना होगा। हमें अपने समस्याओं के निदान के लिए अपने ज्ञान और शिक्षा को ठीक करना होगा। आज हमारे देश के लोगों को अपने ज्ञान के स्तर को बढ़ाने के लिए अपने संस्कृति का ध्यान रखना होगा। आज हमारे देश के सामाजिक शिक्षा को व्यवस्थित करना होगा। हमें अपनी बतों को तथ्य परक तरिके से रखना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए माननीय कुलपति प्रो. राठौर ने अपने संबोधन में कहा कि मीडिया को राष्ट्र के निर्माण में अपना सहयोग देना चाहिए। आज देश में मीडिया के स्वेछा एवं स्वतंत्रता के उपर प्रश्न खड़ा हो रहा है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में मीडिया की भूमिका अहम है और ख़बरों से सनसनी फ़ैलाने की जगह मीडिया को इस बात पर बल देना चाहिए कि सत्य एवं तथ्यात्मक समाचार को ही प्रसारित किया जाए । अगर ऐसा मुमकिन होता है तो मीडिया के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ेगा एवं राष्ट्रीय सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी ।प्रथम सत्र के समापन में धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए सामाजिक अध्ययन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार झा ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों, विद्यार्थियों, शिक्षकगण और अन्य लोगों को साधुवाद दिया।उन्होंने संगोष्ठी को सफल बनाने के लिए मीडिया विभाग एवं सामाजिक अध्ययन विभाग के प्राध्यापकों की सराहना की जिनमें डॉ० किंशुक पाठक, डॉ० सुजीत कुमार, डॉ० रवि सूर्यवंशी एवं डॉ० अनिंद्य देब, डॉ० सनत कुमार शर्मा, डॉ० जितेंद्र राम, डॉ० प्रिय रंजन एवं डॉ० पारिजात प्रधान के योगदान अहम रहे।
संगोष्ठी के प्रथम दिन दूसरे सत्र में देश के विभिन्न भागों से आए प्रतिभागियों ने विषय से जुड़े शोधपत्र प्रस्तुत किए।डी.डी.यू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राघवेन्द्र प्रताप सिंह, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आशीष सक्सेना, झारखण्ड केन्द्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर देवव्रत सिंह और डॉ. सर्वेश त्रिपाठी आदि ने विभिन्न सत्रों की अध्यक्षता की। ज्ञात हो कि दो दिनों तक चलने वाली इस संगोष्ठी के दौरान देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों से आए 100 से अधिक शोधार्थी विभिन्न विषयों पर किए गए शोधों को प्रस्तुत करेंगे।

Related posts

मसौढ़ी में स्थानांतरित सब्जी मंडी को लेकर नगर परिषद का आदेश दूसरे दिन ही धराशाई

admin

पुरानी जीटी रोड पर स्थित एक होटल में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश

admin

ड्राइविंग लाइसेंस हो गया है एक्सपायर तो न लें टेंशन, 30 जून तक सरकार ने दी मोहलत

admin

Leave a Comment