प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कल्याणपुर फॉर्म में गन्ना फसल प्रबंधन में ड्रोन तकनीकी के उपयोग पर एक प्रदर्शनी आयोजित की गई। कार्यक्रम के दौरान किसानों को उक्त तकनीकी के उपयोग के बारे में जानकारी दी गई। एक संगोष्ठी में कुलपति डॉ पी एस पांडे ने अपने संबोधन में कहा कि ड्रोन का प्रयोग किसने के लिए बहुत लाभकारी है ड्रोन से फसलों को मैपिंग रोगों की जानकारी गीत व्याधियों पर नियंत्रण के लिए कीटनाशक का छिड़काव तथा अन्य विभिन्न तरह के फायदे के संबंध में विस्तृत जानकारी दी उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में जल्द ही एडवांस सेंटर आफ डिजिटल एग्रीकल्चर की शुरुआत की जाएगी आगे उन्होंने कहा कि छात्रों के साथ-साथ किसानों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा किसान भाड़े पर विश्वविद्यालय और कृषि विज्ञान केंद्र तथा अन्य केदो से ड्रोन प्राप्त कर सकते हैं व्यवस्था भी की जाएगी आने वाले समय में कृषि में आधुनिक तकनीकी का प्रयोग से किसानों को कम लागत अधिक फायदे होंगे। ड्रोन का स्पीड ट्रायल फॉर्म में किया गया। निदेशक अनुसंधान डॉ ए के सिंह ने कहा कि कुलपति डिजिटल एग्रीकल्चर को बिहार में पहली बार शुरुआत कर रहे हैं कुलपति की सोच आधुनिक और इससे आने वाले समय में बिहार के किस अन्य राज्यों के किस से ज्यादा प्रगतिशील होंगे। कुर्ती ने मिलकर भी प्रतिनिधि ने संबोधन किया। डीन इंजीनियरिंग डॉक्टर अंबरीश कुमार ने कहा कि इस पर क्षेत्र दिवस में इंडस्ट्री वैज्ञानिक किसान आदि 1 मंच पर हैं किसानों के प्रशिक्षण की व्यवस्था जल्द शुरू होगी कार्यक्रम में निदेशक बी डॉक्टर डीके राय वैज्ञानिक डॉक्टर नवनीत आदि ने संबोधन किया नटकटियागंज से आए प्रगतिशील कृषक विनय पांडे ने अपने फार्म में किए गए ड्रोन जुताई गन्ने के उन्नत प्रदेश उनके द्वारा बनाई गई नई कृषि यंत्र तकनीकी आदि पर विशेष चर्चा की लोगों ने काफी सराहा। भाजपा जिला किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष कृष्ण गोपाल शर्मा ने पुष्प गुच्छ छ देकर कुलपति को सम्मानित करते हुए कहा कि कल्याणपुर फॉर्म में पूर्व में किसानों को कहा गया था कि उन्नत प्रभेद के मकई बीज फलदार पौधे आदि किसानों को उपलब्ध कराएगी जो आज तक नहीं हुई। मंच का संचालन सुनीता कुमारी मीणा ने किया। कुलपति ने फार्म के 40 एकड़ जमीन में लगाए गए गन्ने घान फार्म के भवन आदि की गहराई से निरीक्षण करते हुए कई आवश्यक निर्देश दिए। फार्म मैनेजर अशोक नंदन, श्रमिक अमित कुमार कमल किशोर शर्मा रामानंद राय विपिन कुमार कापर सैंफूल राय चंदन कुमार आदि ने भी अपनी समस्याओं से विश्वविद्यालय के अधिकारियों को अवगत कराया। इनसेट वन कुलपति के फार्म के सभागार में हो रही किसने की बैठक में अचानक उसे समय अफरा तफरी मच गई जब एक कृषि वैज्ञानिक डॉ अनिल कुमार झा अचानक बैठक में बेहोश हो गए। विश्वविद्यालय के अवकाश प्राप्त कमी इंद्रमणि प्रसादकी नजर पड़ी। कुलपति भी अपने कुर्सी से उठकर वैज्ञानिक की छाती सहलाने लगे चरित कार्रवाई करते हुए अपनी गाड़ी से सामुदायिक अस्पताल कल्याणपुर में भर्ती कराया। जब उन्हें होश आया तब मामला शांत हुआ।