प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर: जनसुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि राज्य सरकार इतनी लापरवाह है कि केंद्र सरकार से मिलने वाले मनरेगा के बजट के 100 में से 40 रुपए ही लेकर आई और इस राशि में भी यहां अफसर और जनप्रतिनिधि लूट मचाये हुए हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि जब मैंने पदयात्रा की शुरुआत की तो मेरा ये मानना था कि यहां बड़ी संख्या में मनरेगा मजदूर मिलेंगे, क्योंकि यहां गरीबी बहुत है, बेरोजगारी बहुत है। लोग काफी पलायन करते हैं और भूमिहीनों की संख्या अधिक है।
*दस महीनों नहीं दिखा मनरेगा का काम: प्रशांत किशोर*
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि मुझे लगा था कि जब मैं गांवों में जाऊंगा, तो मनरेगा का काम हमको होते हुए दिखेगा। लेकिन अभी हमको दस महीने में मनरेगा का कोई काम होते हुए नहीं दिखा। कहीं दो-चार साल पहले लगाए पेड़ देखने को मिले, पंचायत भवन या आंगनबाड़ी में मिट्टी काटने का काम दिखा।गरीबों के लिए इस योजना को राज्य सरकार ने करीब-करीब बंद ही कर दिया है। पिछले साल केंद्र सरकार ने 100 रुपए दिए, लेकिन यहां की सरकार इतनी लापरवाह है कि 40 रुपए ही लेकर आए। 60 रुपए वहीं छोड़ कर आ गए। जो 40 रुपए आया उसमें लगभग 40 फीसदी भ्रष्टाचार हुआ है, अफसरों और जनप्रतिनिधियों ने लूटा है। मजदूरों को बीस से 25 प्रतिशत ही मिला है।
बता दें कि प्रशांत किशोर 265 दिनों से बिहार में पदयात्रा कर रहे हैं। गुरुवार को वह समस्तीपुर के दिनमानपुर पंचायत में थे। चक वाखर हाई स्कूल ग्राउंड चक वाखर गाँव से होते हुए डेकारी, दिन्मानपुर दक्षिणी पंचायत के गाँव खटौहा, खैरी पंचायत, कानू बिशनपुर, लखनपट्टी पंचायत के शादीपुर से रात्रि कैम्प कशोर गाँव, लखनपट्टी पंचायत, वारिसनगर ब्लॉक पहुँचे। इस दौरान 9.7 किमी की पदयात्रा की। प्रशांत किशोर पैदल चलकर लोगों को वोट की ताकत का एहसास दिला रहे हैं। बीते दिनों में प्रशांत किशोर 2500 किलोमीटर से अधिक पदयात्रा कर चुके हैं।