प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर जिला के कल्याणपुर प्रखंड के चकमेहसी थाना क्षेत्र के करुआ गांव में जमीनी विवाद को लेकर बगल के लोगो द्वारा रास्ता पानी पनघट घर में जाना बन्द कर करते हुए मारपीट करने का मामला प्रकाश में आया है। थाना अध्यक्ष से शिकायत को थानाध्यक्ष चकमेहसी से शिकायत के बावजूद अनसुनी कर दी । गीता कृष्णा देवी ने बगलगीर (1) सहदेव साह, पिता स्व० शिव बालक साह (2) सुरेश साह पिता लक्ष्मण साह (3) गौतम साह पिता सुरेश साह (4) दिलीप साह पिता देवेन्द्र साह (5) पिंकी देवी पिता दिलीप साह (6) दिपक साह पिता दिलीप साह (7) उपेन्द्र साह पिता उदगार साह (8) मुखलाल साह पिता व खखन साह (9) कन्हाई साह पिता मुखलाल साह (10) कंचन देवी पति कन्हाई साह (11) मुन्नी देवी पति मुखलाल साह (12) सोनी कुमारी पिता मुखलाल साह (13) दिलीप साह पिता स्व० देवेन्द्र साह (14) पिंकी देवी पति दिलीप साह (15) राजो देवी पति देवेन्द्र साह (16) दिपक कुमार पिता दिलीप साह (17) उपेन्द्र साह पिता स्व० उदगार साह (18) सुशील कुमार (19) सुरेन्द्र साह पिता स्व० उदगार साह (20) गौरव कुमार पिता सुरेन्द्र साह (21) धन्देश्वर साह पिता स्व० धनुकी साह (22) सुरेश साह पिता चन्देश्वर साह (23) उजाला देवी पति चन्देश्वर साह (24) चॉदनीदेवी पति दुल कुल साह (25) भगलु साह पिता धनुकी साह (26) ललीता देवी पति भगलु साह (27) सुनील साह पिता भगलु साह (28) गीता देवी पति सहदेव साह (29) अरुण ठाकुर पिता स्व० राम आशीष ठाकुर, एवं दस अन्य सभी निवासी करुआ थाना- एक ग्रुप बनाए हुए है तथा मुखिया पति रमेश शर्मा एवं वार्ड सदस्य सुरेश दास पंच राजेश दास वोट की राजनीति को लेकर मेरे उपर तरह तरह का षडयंत्र रचकर मारपीट खुन खराबी कर रहे है। सबसे पहले 07 सितंबर 22 के सुबह में मारपीट वो डायन कहकर मैला पिलाया। जिस संबंध में डायन अधिनियम में संज्ञान हो चुका है, । जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायालय से अग्रिम जमानत आवेदन डिस्पोज हो चुका , पुनः घटना का पुर्नावृत्ति सभी नामजद व्यक्यिों के द्वारा किया गया चकमेहसी थाना कांड सं0-111 / 23 दर्ज हुआ जिसमें जमानत मिलने के बाद सभी लोग मिलकर हमलोगो के जमीन पर हल चला दिए बास का बल्ला गार कर उसमें झाँखुर रखकर रास्ता बंद कर दिए सरकारी नल जल का पानी भी बंद कर दिए ।
थाना के उपस्थिति में हमलोगों के साथ मारपीट कर जख्मी कर दिया । थाना के पुलिस बल का ईटा रोड़ा से सर फोड़ दिया गया फिर भी मूकदर्शक बनी रही।मुकदेशी बने रहे. हमलोगों के द्वारा पुलिस अधिक्षक एवं थानायक्ष को लाख शिकायत एवं अनुनय विनय करने के बाद भी कोई ठोस कारवझ नहीं की जा रही है जिस कारण हमलोगों के जान माल ख़तरा से बचाव को लेकर पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई।