प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
मुसरी घरारी के गंगापुर मे एक व्यवसाई से रंगदारी मामले में तीन अपराधियो को पुलिस ने दबोच
राकेश कुमार 2. रजनीश कुमार तथा रौशन कुमार को किया गया. गिरफ्तार कांड में उपयोग में लाया गया कंप्यूटर तथा प्रिंटर को किया गया जप्त!
घटना:- विगत मई माह दिनांक 11.05.2023 की रात्री में मुसरीघरारी थानान्तर्गत दवा एवं कीटनाशक खाद व्यवसायी से रंगदारी की मांग की गयी थी | व्यवसायी के घर पर तीन अज्ञात अपराधकर्मी जो हेलमेट पहने हुए आये और एक टाइप किया हुआ फर्चा फेंक कर चले गए। पर्चे पर 1000000/- (दस लाख रुपये फिरौती की मांग एवं नहीं देने पर जान से मारने की धमकी देने की बात लिखा हुआ था। फिरौती की रकम रुपौली हाईस्कूल के निकट NH 28 पर पहुचने को कहा गया । किसी अप्रिय घटना के दर से वादी ने तुरंत इसकी सुचना मुसरीघरारी थाना को दी। मुसरीघरारी की पुलिस द्वारा बादी के लिखित आवेदन के आधार पर मुसरीघरारी थाना कांड संख्या 66/23 दिनांक 12.05.23 धरा 385/387 भा० द०वि० पंजीकृत कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर, समस्तीपुर के नेतृत्व में SIT का गठन किया गया | वैज्ञानिक अनुसंधान तथा आसूचना संकलन के आधार पर SIT द्वारा अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी हेतु कई जगहों पर छापेमारी की जा रही थी। इसी क्रम में SIT ने बेगुसराय जिले के बढ़वाड़ा थाना अन्तर्गत ग्राम बेगमसराय से मुख्य शाजिनकर्ता राकेश कुमार पे० रामलाल चौरसिया मा बेगमसराय थाना बडवाड़ा जिला बेगुसराय को गिरफ्तार किया गया। जिसने घटना में अपनी संलिप्ता स्वीकार की इसकी निशानदेही पर मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के अन्य दो अपराधकर्मियों क्रमशः ( 1 ) रजनीश कुमार पे० स्व० अर्जुन गुप्ता सा० गंगापुर वार्ड न० 9 एवं (2) रौशन कुमार पे० विपिन झा सा० मोरवाडीह वार्ड न० 13 दोनों थाना मुसरीघरारी जिला समस्तीपुर को गिरफ्तार किया गया एवं अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु छापेमारी की जा रही है तथा अपराधकर्मी अखिलेश कुमार के घर दूकान जहांसे परचा छपने की बात बताई गयी से 1 CPU, 1 प्रिंटर, 1 माउस, 1 कीबोर्ड को जप्त किया गया। इनके द्वारा बताया गया की घटना की योजना तीन महीने पहले ही ताजपुर अंतर्गत मोरवा मंदिर पर की गयी थी जिसमे 1 राकेश कुमार 2. रजनीश कुमार 3 रौशन कुमार 4. अखिलेश कुमार 5. संदीप कुमार एवं 6. विशाल उर्फ विश्वजीत आये थे | अखिलेश के दूकान पर पर्चा टाइप किया गया था तथा जब फिरौती की रकम नहीं मिली तो फिर दुबारा 12.06.23 अखिलेश कुमार के द्वारा फर्जी सिम उपलब्ध कराया गया एवं राकेश कुमार अपने घर से मोबाईल लाकर फिरौती के लिए दवा व्यवसायी को कॉल किया गया!