प्रियांशु के साथ धर्म विजय गुप्ता की रिपोर्ट
समस्तीपुर जिला के वारिसनगर प्रखंड हीं नहीं यूं कहें तो बिहार में मनरेगा योजना सिर्फ लूट खसोट की योजना बनकर रह गई है।जिसे जनप्रतिनिधि व संबेदक के द्वारा तो लूटा हीं जा रहा है।लेकिन पदाधिकारी के नाक के सामने इस तरह से कार्य हो ये सायद हीं लोगों को हजम होगा,लेकिन इसकी वास्तविकता रिपोर्टर की कैमरा में कैद इस वीडियो में मनरेगा भवन व उसके सामने बिना योजना बोर्ड लगाए हीं लाखों रुपए खर्च कर स्विमिंग पुल बनाया जा रहा है वहीं लोगों की सुविधा का विशेष ख्याल रखते हुए बैठने बाला सेड बनाया जा रहा है।जिस सेड का निर्माण आठ टोकरी राबीस के गर्दे में एक टोकरी सीमेंट मिलाकर सेड का दीवार जोड़ा जा रहा है।जो भारी अनियमितता को दर्शाता है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पंचायत समिति सदस्य के द्वारा वारिसनगर प्रखंड क्षेत्र के गोही पंचायत में मनरेगा भवन के सामने लोगों के तैराकी के लिए स्विमिंग पुल निर्माण कराया जा रहा है जहां न योजना का नेम साइन बोर्ड लगाया गया है और नही स्टीमेट साइन बोर्ड हीं लगाया गया है।सबसे बड़ी बात है कि जो मनरेगा कार्यालय है जहां कार्यक्रम पदाधिकारी के द्वारा योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाता है । आज उनके नाक के सामने ही संबेदक व पंचायत समिति के द्वारा योजनाओं में भरी अनियमितता बारात पदाधिकारी को खुलेआम चैलेंज दिया जा रहा है।हालाकि इस बाबत मनरेगा पदाधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो पदाधिकारी कार्यालय में ताला लगाकर गायब दिखे।