ETV News 24
बिहारसमस्तीपुर

राष्ट्र्कवि मैथिली शरण गुप्त जी की पुण्यतिथि मनाई

प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार

पन्ना ,पवई:-मैथिलीशरण गुप्त जी की पुण्यतिथि के अवसर पर शासकीय माध्यमिक शाला नारायणपुरा में शिक्षक सतानंद पाठक ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि
मैथिलीशरण गुप्त (जन्म- 3 अगस्त, 1886, झाँसी; मृत्यु- 12 दिसंबर, 1964, झाँसी) खड़ी बोली के प्रथम महत्वपूर्ण कवि थे। महावीर प्रसाद द्विवेदी की प्रेरणा से आपने खड़ी बोली को अपनी रचनाओं का माध्यम बनाया और अपनी कविता के द्वारा खड़ी बोली को एक काव्य-भाषा के रूप में निर्मित करने में अथक प्रयास किया। इस तरह ब्रजभाषा जैसी समृद्ध काव्य भाषा को छोड़कर समय और संदर्भों के अनुकूल होने के कारण नये कवियों ने इसे ही अपनी काव्य-अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया। हिन्दी कविता के इतिहास में गुप्त जी का यह सबसे बड़ा योगदान है।
“जो भरा नहीं है भावों से जिसमें बहती रसधार नहीं।
वह हृदय नहीं है पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।

Related posts

महागठबंधन की बैठक में जन विश्वास महारैली को सफल बनाने का लिया गया निर्णय

ETV News 24

बाजार व सड़कों पर दिखा लॉकडाउन का असर

ETV News 24

हसनपुर:-वार्षिक निरीक्षण के लिए थाना पहुंचे एसपी,थानाध्यक्ष को दिया कई निर्देश, क्षेत्र में शराब मिलने पर चौकीदार पर होगी कार्रवाई

ETV News 24

Leave a Comment