*24 घंटा कौन कहे अब तो 72 घंटा भी बीत गया।*
प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
पटना:-परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ के कार्यकारी प्रदेश संयोजक नवनीत कुमार एवं प्रदेश संगठन महामंत्री शिशीर कुमार पांडेय ने संयुक्त रूप से कहा है कि चौबीस घंटे की कौन कहे अब तो बहतर घंटा भी बीत गया बावजूद सूबे के लाखों नियोजित प्रारंभिक शिक्षकों को सितंबर और अक्टूबर का वेतन नही मिला है।
नेता द्वय ने बताया कि बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् के राज्य परियोजना निदेशक असंगबा चूबा आओ ने बुधवार को सितम्बर एवं गुरुवार को अक्टूबर के वेतन की राशि सभी जिलों को जारी करते हुए चौबीस घंटे में भुगतान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद राज्य के किसी भी जिले में अबतक वेतन का भुगतान नही हो सका है।
परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ ने पूछा है कि क्या सरकार के आदेश को बार बार नही मानने वाले ऐसे डीईओ और डीपीओ पर सरकार कार्रवाई करने का विचार रखती है ?
संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी मृत्युंजय ठाकुर ने बताया है कि शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर नियोजित शिक्षकों के वर्षों से लंबित अंतर वेतन/एरियर (नवप्रशिक्षित,15% एरियर सहित अन्य) की राशि के भुगतान का आदेश किए जाने की बात कही गई थी, परंतु आज तक जिलों मे इसका आवंटन नही पहुंचा है।इससे शिक्षक अपने को उपेक्षित महसूस कर रहे है साथ ही शिक्षकों का आक्रोश सरकार के प्रति दिन पर दिन बढ़ते जा रहा है जो आगे चलकर एक बड़े आन्दोलन के रुप मे भी नज़र आ सकता है।