प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर में लोक आस्था का छठ महापर्व तैयारी प्रारंभ होने के साथ ही व्रत का सामान जुटाने में छठ व्रती जुट गये हैं। व्रती महिलाएं मैथली छठ गीत गाने के साथ ही पूजा का प्रसाद बनाने लग गई। छठवर्ती महिला छठ गीतों की गाकर गेहूं कूट रही है तो वही चूल्हे को अंतिम रूप देकर तैयारी कर रही हैं। व्रती महिलाओं ने अपने-अपने घरों के छत पर छठ का प्रसाद तैयार करने के लिए गेहूं धोकर सुखाने में जुटी रहीं। क्योंकि छठ व्रती गेहूं से भी प्रसाद तैयार करती हैं। इसके लिए व्रती हमेशा बड़ा ही ख्याल रखती है । छत पर खुले आसमान के नीचे सामूहिक रूप से गेहूं सुखाती हैं। महिलाएं दिनभर गेहूं को पवित्र रखने के लिए पक्षी पर निगरानी करती हैं। ताकि कोई उसमें चोंच न लगा दें। कुछ छठ व्रती नदी या तालाब में छठ पूजा करते हैं तो कुछ घर के आंगन में मिट्टी खुदवाकर छठ घाट बनाकर भागवान भास्कर को अर्घ्य देंगे। इसके लिए लोगों ने अपने-अपने घर की छत व आंगन में छठ घाट बनाना शुरू कर दिया है।लोक आस्था और सूर्योपासना के महापर्व छठ को लेकर चारों ओर पूजा का उल्लास और उत्साह बना हुआ है। जिसमें सूर्य देव की उपासना की जाती है। महिलाएं अपने परिवार की खुशहाली और संतान की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। छठ पर्व को लेकर बजारे भी फल-फूल से सज-धज कर तैयार हो गई है