प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर में एक जवान को साहब के कुत्ते को खाना खिलाने और उनके निजी काम करने से मना करने का खामियाजा जेल जाकर भुगतना पड़ा.
मामला रोसड़ा उपकारा का है। जिसको लेकर जवान के परिजन एसपी से मिलकर पूरे मामले की जांच कर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। पीड़ित परिजन का कहना है कि उनका पुत्र आतीश कुमार रोसड़ा उपकारा में कक्षपाल के पद पर तैनात है। जिसकी ड्यूटी टावर संख्या एक पर लगी थी। रोसरा उपकारा अधीक्षक गौरव कृष्ण के द्वारा अपने निजी काम के लिए दबाव बनाया जाता था। जवान पर उपकारा अधीक्षक कुत्ते को खिलाने और अपने घर के निजी कामों के लिए दवाब बनाते थे। जिसका विरोध करने पर कारा अधीक्षक के द्वारा किसी ना किसी आरोप में उससे स्पष्टीकरण की मांग करते थे। जब जवान ने अपने स्पष्टीकरण में कारा अधीक्षक के द्वारा निजी कार्य को लेकर दबाव बनाने की बात कही गई। उसके बाद कारा अधीक्षक के द्वारा साजिश के तहत उसके मोजे में दो मोबाइल फोन अनाधिकृत तरीके से रख कर सहायक जेल अधीक्षक के बयान पर रोसड़ा थाने मे प्राथमिकी दर्ज कराते हुए जेल भेज दिया गया। इतना ही नहीं कारा अधीक्षक के द्वारा उनके पुत्र की बेरहमी से पिटाई की गई। वहीं जवान भी खुद को निर्दोष बता रहा है उसका कहना है कि एक खास जाति विशेष को लेकर कारा अधीक्षक के द्वारा आए दिन उसे प्रताड़ित किया किया जा रहा था। वह इस मामले पर एसपी हृदय कांत का कहना है कि मामले की जांच को लेकर रोसरा एसडीओ और एसडीपीओ को संयुक्त रुप से जांच करने का निर्देश दिया गया है जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।