खगड़िया बिहार
*पितृ दिवस पर दी गई बधाई शुभकामनाएं, किया कोटि कोटि नमन, भेंट की उपहार, अंग वस्त्र, मोमेंटो गुलदस्ते से किया गया सम्मानित*
*पिता दोस्त गुरु परमेश्वर के समान व पालनहार है पिता, पिता को सम्मान देना पुत्रों का परम कर्तव्य – किरण देव यादव*
*एक पिता से ही पुत्र का अस्तित्व, पहचान व सम्मान – मधुबाला*
*खगड़िया* समाजिक संगठन फरियाद मिशन देश बचाओ अभियान एवं महिला विकास सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में सदर हॉस्पिटल चौक अवस्थित संपर्क कार्यालय में विश्व पितृ दिवस फादर्स डे मनाया गया।
इस अवसर पर सभी पिता को कोटि-कोटि नमन, चंदन वंदन एवं अभिनंदन तथा महिमा मंडन किया गया एवं उपहार देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर *”पिता का महत्व एवं कर्तव्य”* विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता मधुबाला ने की।
संगोष्ठी का विधिवत उद्घाटन करते हुए अभियान के संस्थापक अध्यक्ष सह पंच सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष किरण देव यादव ने कहा कि पिता परमेश्वर के समान है, सुख एवं विकास का सीढ़ी हैं। पिता गुरु दोस्त एवं पालनहार हैं। पिता सुख शांति उन्नति का अंबार है।
श्री यादव ने कहा कि हर पिता को पुत्र के द्वारा सम्मान देना हर पुत्र का परम कर्तव्य होनी चाहिए। पिता के द्वारा पुत्र पर भी समान नजर एवं अधिकार देना चाहिए।
आजपा के प्रदेश अध्यक्ष उमेश ठाकुर ने कहा कि पिता की जिम्मेवारी से बच्चे का उज्जवल भविष्य का निर्माण होता है। मां धरती है तो पिता आसमान है।
नाई समाज के कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व मुखिया गुड्डू ठाकुर ने कहा कि पिता बच्चे को जन्म से लेकर भरण पोषण एवं शिक्षा दीक्षा के साथ कैरियर बनाने एवं उन्नति के पथ पर मार्ग प्रशस्त करने में महतीं भूमिका निभाते हैं।
अध्यक्षीय संबोधन में मधुबाला ने कहा कि जिस बच्चे के माथे से पिता का साया उठ जाती है तो उनकी मां ही पिता की मुख्य भूमिका निभाते हैं । मां आंचल है तो पिता कवच है।
संगोष्ठी में कवियत्री चंपा राय ने कहा कि अभिमान व स्वाभिमान है पिता, कभी धरती तो कभी आसमान है पिता, अगर जन्म दिया है मां ने, जाने जिससे जग वह पहचान है पिता ।
संगोष्ठी में गायिका सोनी भारती , तितली भारती , नविता कुमारी, इशरत खातून, रोशनी परवीन , बबीता देवी, सरपंच रंजू कुमारी, रामजी ठाकुर, कालेश्वर प्रसाद, पूर्व मुखिया मुकेश कुमार, मुन्ना रजक, धर्मेंद्र कुमार, सुनील कुमार आदि ने पिता की महिमा मंडन करते हुए कविता पाठ एवं पिता वंदन गीत प्रस्तुत किए।