प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर जिले के ताजपुर में जलमग्न खेतों के बाबजूद अतिवृष्टि से फसल क्षति शून्य का रिपोर्ट भेजने वाले कृषि समन्वयक को बर्खास्त करो- ब्रहमदेव प्रसाद सिंह
घर बैठे रिपोर्ट भेजने से हजारों किसान फसल क्षति मुआवजा से हुए बंचित, तेज होगा आंदोलन- सुरेन्द्र
करीब तीन महीने से वर्षा से जलमग्न समस्तीपुर के ताजपुर प्रखण्ड के खेतों में किसानों के लहलहाती सब्जी मसलन नेनुआ, परवल, करैला, कद्दू, टमाटर, बैगन, झिगनी, मूली, खीरा, मिर्ची, घुरमा, गोवी समेत केला, मक्के आदि की फसल पूरी तरह जगजाहिर तौर पर बर्बाद हो गया. बाबजूद इसके 9 अगस्त को बैठक कर कृषि समन्वयकों ने अतिवृष्टि से फसल क्षति का शून्य रिपोर्ट बनाकर जिला कृषि पदाधिकारी के माध्यम से सरकार को भेजे जाने से किसानों को फसल क्षति के मुआवजा मिलने के रास्ते बंद होने से गुस्साए बड़ी संख्या में किसानों ने वृहस्पतिवार को मोतीपुर खैनी गोदाम से विरोध मार्च निकाला.
इस दौरान अखिल भारतीय किसान महासभा से संबंधित किसनों ने अपने-अपने हाथों में मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां, झंडे, बैनर लिए जुलूस की शक्ल में नारे लगाते हुए बाजार क्षेत्र के गांधी चौक पहुंचा जहाँ जुलूस सभा में तब्दील हो गया. सभा की अध्यक्षता महासभा के प्रखण्ड अध्यक्ष ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने किया. प्रभात रंजन गुप्ता, जीतेंद्र सहनी, कुशेश्वर शर्मा, संजीव राय, अमर कुमार सिंह, रवींद्र प्रसाद सिंह, राजदेव प्रसाद सिंह, शंकर सिंह, बासुदेव राय, दिनेश सिंह, ललन दास, श्याम दास, मोतीलाल सिंह, जयदेव सिंह, मकसुदन सिंह, महावीर सिंह, उपेंद्र शर्मा, मंजीत कुमार, बिन्देश्वर राय, धनिक लाल मंडल, विश्वजीत कुमार, चंदन कुमार, दिनेश राय, मुकेश राय, लालू राय, रामसकल राय, देवन दास, आदि ने सभा को संबोधित किया.
अपने अध्यक्षीय संबोधन में ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि करीब संपूर्ण ताजपुर प्रखण्ड के खेतों में वर्षा जल भरा हुआ है. रह सर्वविदित है. भाकपा माले ने सीओ, बीडीओ, नप पदाधिकारी को खेतों से जलनिकासी के लिए पत्र भी दे चुकी है. बाबजूद इसके खेतों का निरिक्षण कर रिपोर्ट बनाने के बजाय कृषि समन्वयक घर बैठे ही अतिवृष्टि से फसल क्षति का रिपोर्ट शून्य बनाकर सरकार को भेज दिया. किसान नेता ने कहा कि यह अन्नदाता के खिलाफ अन्याय है और किसान महासभा इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने मांग किया कि कृषि पदाधिकारी जल्द अपने नेतृत्व में कृषि समन्वयकों का बैठक बुलाकर रिपोर्ट को सुधार कर पुनः सरकार को भेजें ताकि किसनों को फसल क्षति मुआवजा मिल सके अन्यथा चरणबद्ध आंदोलन चलाया जाएगा.
मौके पर भाकपा माले प्रखण्ड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि किसानों की योजना में भ्रष्टाचार नहीं सहेंगे. पशुपालकों के बजाय गैर पशुपालकों को फर्जी रूप से पशुशेड देकर प्रखण्ड में करोड़ों- करोड़ रूपये की लूट जारी है. थाना के समक्ष बने 35 लाख के नाले से एक बूंद भी जलनिकासी नहीं हुआ.
यह प्रखण्ड में भ्रष्टाचार की चरम सीमा को दर्शाता है. माले नेता ने किसानों समेत अन्य दलों एवं संगठनों से आगे आकर भ्रष्टाचार समेत किसानों की लड़ाई को मुकाम तक पहुंचाने की अपील की है. अंत में गुस्साए किसानों ने कृषि समन्वयक का पूतला फूंक कर विरोध दर्ज कराया।