सिर, आंख, कान, होंठ, तालु, हीप, लिम्ब्स, रीढ़ व हृदय में छेद का ऑपरेशन के लिए राज्य सरकार देती है पूरा खर्च
हृदय में छेद व कटे होंठ का हो चुका है ऑपेरशन
सासाराम। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) जन्म से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए रोहतास जिले में भी संजीवनी साबित हो रही है। रोहतास जिले में दर्जनों बच्चे इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। खासकर गरीब तबके के लोगों के लिए यह योजना तो वरदान साबित हो रही है क्योंकि इस योजना के तहत 1 दर्जन से अधिक जन्म व जन्म के बाद बच्चों में होने वाली बड़ी कई दोषों का ऑपरेशन निशुल्क करवाया जा रहा है। इसके लिए परिजनों को एक रुपए भी खर्च नहीं करने पड़ रहे हैं। सारा पैसा राज्य सरकार वहन करती है। इस योजना के तहत बच्चे का सिर असमान रूप से बड़े छोटे आकार में विकृति,
आंख कोई भी दृष्टि संबंधित असमानता जैसे सफेद पुतली /लगातार झटकेदार गतिविधि,
होठ एवं तालू कटा हुआ (एक तरफ अथवा दो तरफ से),
हीप (बच्चों में जन्म से लंगड़ापन), लिम्ब्स-किसी भी प्रकार की विकृति/मूड़े हुए पैर, रीढ़ में- न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट, जन्मजात हृदय रोग जैसी दोष व बीमारी के लिए राज्य सरकार इलाज अथवा ऑपरेशन के लिए पूरा पैसा वहन करती है। इसके लिए राज्य सरकार अपने राज्य सहित दूसरे राज्यों के बड़े मेडिकल कॉलेजों से टाई अप करके बच्चों का इलाज के लिए वहां भेजती है। इसके लिए सरकार जांच से लेकर ऑपेरशन एवं हवाई मार्ग से आने जाने का खर्च उठाती है। जिसमे बच्चे के साथ साथ एक परिजन का भी खर्च शामिल होता है।
स्कूलों एवं अन्य जगहों पर कैम्प लगा कर किया जाता है जांच
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले के विभिन्न स्कूलों एवं ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ स्लम बस्तियों में कैंप लगाकर बच्चों का जांच किया जाता है। इस दौरान किसी बच्चे में उक्त दोष के लक्षण मिलते हैं तो उन्हें तुरंत जिले में प्रतिनियुक्त जिला कोऑर्डिनेटर रिपोर्ट बनाकर आगे की कार्रवाई के लिए भेजते हैं। बच्चों की अगली जांच के लिए आईजीआईसी पटना भेजा जाता है। वहां भी बच्चों का सभी जांच निशुल्क किया जाता है।
रोहतास जिले में कई बच्चे हो रहें लाभान्वित
रोहतास जिला मुख्यालय सदर अस्पताल में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के जिला कोऑर्डिनेटर डॉ नंदकिशोर चतुर्वेदी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत रोहतास जिले के 1 दर्जन से अधिक बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत एक बच्चे का दिल में छेद का ऑपरेशन एवं एक कटे हुए होंठ का सफल ऑपरेशन करवाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस योजना से लाभान्वित परिजन काफी खुश दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि बहुत सारे लोग ऐसे हैं जिनके पास इस तरह के दोष या इलाज के लिए पैसे नहीं होते हैं। इस वजह से वे लोग इलाज नहीं करवा पाते हैं परंतु इस योजना के तहत मिल रही लाभ से लोग लाभान्वित हो रहे हैं। डॉक्टर चतुर्वेदी ने बताया कि पिछले दिनों रोहतास जिले के 6 बच्चों का हृदय संबंधित रोग का स्क्रीनिंग जांच के लिए आईजीआइसी पटना भेजा गया जिसमें 5 बच्चों का ऑपेरशन के लिए डॉक्टरों की टीम ने अहमदाबाद रेफर कर दिया है। सभी परिवार खाफी खुश दिखाई दें रहें हैं कि अब उनके भी बच्चों का इलाज होगा और वो भी सफल जिंदगी जी सकेंगे।