रमेश कुमार पांडेय की रिपोर्ट
सासाराम। कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए उसकी रोकथाम और उससे लड़ाई की तैयारी जिला प्रशासन की ओर से शुरू कर दी गई है।इसे लेकर सोमवार को जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार की अध्यक्षता में जिला समाहरणालय स्थित डीआरडीए के सभागार में एक बैठक आयोजित किया गया।जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में उपस्थित सभी जाति धर्म विभिन्न संगठन के अध्यक्ष को डिस्ट्रिक्ट कम्युनिकेशन टास्क फोर्स का गठन कर नामित सदस्य बनाया गया।
जिलाधिकारी ने टीकाकरण हेतु प्रोत्साहित किए जाने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करके हैं इस महामारी पर विजय हासिल किया जा सकता है।इसके लिए जिला प्रशासन एवं जिला स्वास्थ समिति के साथ-साथ आम लोगों की भी सहभागिता अनिवार्य है। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से कहा कि जब तक हम लोग एक साथ मिलकर काम नहीं करेंगे,तब तक किसी भी समस्या का हल नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस टास्क फोर्स गठन का मुख्य मकसद यही है कि लोगों के घरों तक पहुंच कर उन्हें जागृत करें, टीका लेने के लिए प्रेरित करें।साथ ही साथ संक्रमण से बचाव कैसे करें इसकी भी पूरी जानकारी दें। साथ ही साथ उन्होंने वहां मौजूद लोगों से भी राय लिया कि संक्रमण से लड़ने और उसे हराने ने किस तरह से लोगों को जागरूक करें। साथ ही जिले के सभी लोगों को टीकाकरण का लाभ कैसे दिलाया जाए।
बिहार पब्लिक स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि जिले में सभी पंचायत एवं वार्ड में निजी विद्यालय संचालित है और सभी घरों से एक या दो बच्चे निजी विद्यालय में नामांकित है। जिससे घर-घर तक कोरोना वैक्सीनेशन लेने के लिए जागरूक करने में सभी विद्यालयों का अहम योगदान रहेगा।अगर जिला प्रशासन को जरूरत पड़ा तो सभी वार्ड और पंचायत से एक-एक विद्यालय का नाम टीकाकरण केंद्र के लिए दिया जाएगा।टीकाकरण अभियान के सफल संचालन हेतु बैठक में उपस्थित सभी लोगों ने जागरूक करने के लिए अपना-अपना विचार रखा।
बैठक में डीडीसी सुरेंद्र कुमार,सिविल सर्जन डॉक्टर सुधीर कुमार,जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ आरके साहू, शिक्षा पदाधिकारी,जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस),जिला पंचायती राज पदाधिकारी,जिला जनसंपर्क पदाधिकारी,यूनिसेफ के एसएमसी असजद इकबाल सागर के अलावा सभी धार्मिक स्थलों के धर्मगुरु,सभी धार्मिक संगठनों के अधिकारी मौजूद थे।